जैसा कि पत्रकार का आरोप है कि भारत की विदेश मंत्री श्रीमती सुष्मा स्वराज ने विवादास्पद भगोडे आई०पी०एल० कमिश्नर ललित मोदी जिन पर भारत में मनी लान्ड्रिग का केस दर्ज है कि उन्होनें ७००करोड रुपए का काला धन देश से बाहर भेजा है । इस कारण उनका पासपोर्ट जब्त किया हुआ है। ऐसे व्यक्ति को अपने पद का दुर्पयोग करते .हुए लन्दन से पुर्तगाल जाने के लिए ब्रिटिश सरकार से यात्रा प्रपत्रो का प्रबंध करवाया ।
अपने ट्विटर एकाउन्ट पर सुष्मा जी का कहना है की उन्होने यह सब मानवीय आधार पर किया है उसमें कुछ भी गलत नही है । क्या यह तथाकथित मिनिमम सरकार और मैक्सीमम गवर्नैसं का फार्मूला है जिसमें बिना मंत्रालय के ही विदेश मंत्री सरकारी कार्य करती है । अब यह ऐसा भी नही है कि इसमें भ्रष्टाचार का कोई एंगिल न हो । भ्रष्टाचार तो अवश्य ही हुआ है जिसका खुलासा पत्रकार कर रहे है । लेकिन एक खुलासा और होना है कि इसमें मोदी बनाम मोदी कितना बडा एंगिल है । क्योकिं यह तो जांच के बाद ही मालुम होगा कि क्या ललित मोदी भी घांची (तेली) समुदाए से समंबधित है । अगर ऐसा है तो फिर यह घोटाला मोदी सरकार का प्रथम सबसे बडा घोटाला साबित होगा जो आत्महत्या का कारण भी बनेगा ? एस०पी०सिहँ । मेरठ