इसलिए माननीय प्रधान मंत्री के द्वारा बहुत ही मासूमियत से गैस सब्सिडी की भीख मांगना कुछ अच्छा नहीं लगता है ! इसलिए बहुत ही ईमानदारी से मैं उनको एक सुझाव देना चाहता हूँ की अगर वह एक गरिमा पूर्ण कदम उठाते हुए सांसदों को दी जा रही करोड़ों रुपये की रेलवे कैंटीन की खान पान सुविधा को ही समाप्त कर देते है तो एक ओर रेलवे का घाटा कम होगा दूसरी ओर सरकार आलोचना से बचेगी ? मेरा दूसरा सुझाव यह है की देश में जो लोग आयकर देते हैं या संपन्न वर्ग से है उनकी सब्सिडी तुरंत प्रभाव से समाप्त कर देनी चाहिए ! मेरा तीसरा और अंतिम सुझाव ये है भारतीय जनता पार्टी दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा भी करती है और इस पार्टी के लोग ही सच्चे देश भक्त भी है जिनकी संख्या दस करोड़ से अधिक है इसलिए अगर पार्टी के ये दस करोड़ और उनके परिवारीजन ही गैस सब्सिडी छोड़ देंगे तो सरकार को 27120 करोड़ वार्षिक का बोझ कम हो जायेगा ?
ऐसा करने से देश में पार्टी की शाख बढ़ने के साथ साथ सरकारी खजाने का बोझ भी कम होगा !
एस पी सिंह, मेरठ