एक प्याज और सौ अफ़साने ?

sohanpal singh
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लोग छोड़े भी क्यों, क्योंकि अकेली प्याज में ही इतने गुण है जो किसी और सब्जी में न तो है और न आगे हो सकते है यह नामुराद प्याज के गुणों का बखान करने बैठो तो पूरा एक पन्ना ही भर जायगा : फिर भी सुनो ! इस प्याज में 88 प्रतिशत तो केवल पानी ही होता है बाकी फाइबर लेकिन उस पानी में ही लवण से लेकर विटामिनो का खाजाना ही भरा पड़ा है | विटामिन ए विटामिन बी-6 विटामिन सी, कैल्शियम, आयरन, मैगनीज, फ़ास्फ़ोरश, पोटासियम, सोडियम, जिंक, कॉपर, शुगर और प्रोटीन भी पाया जाता है | अब अगर इतना पौष्टिक खजाना इस प्याज में है तो सरकार क्यों नहीं ऐसी बहुमूल्य वस्तु का राशन कर देना चाहिए जिससे यह देश के प्रत्येक नागरिक को निर्बाध रूप से मिल सके | क्योंकि जबसे यह खबर चली है कि डाक्टरी जांच में तथाकथित स्वयंभू संत कि पौरषता 72 वर्ष में भी 98 प्रतिशत है और वह पौरुष वर्धक बूटियों के साथ साथ प्याज का भरपूर उपयोग करते है और अपने साधकों को करवाते है तो शायाद इस प्याज कि किमते बढ़ने एक कारण यह भी हो सकता है | इस लिए सरकार को ही बड़े बड़े गोदाम बना कर प्याज को संरक्षित करना चाहिए जहां वर्षो तक इसको सुरिक्षित किया जा सके क्योंकि वर्तमान में चार छ महीने से अधिक इसको रखा ही नहीं जा सकता | और इतना ही नहीं सरकार को अपने सुरक्षा कर्मियों यानि कि फ़ौज के जवानो को भी परचुर मात्रा में प्याज का सेवन अनिवार्य करवाना चाहिए जिससे कि वह सीमाओं कि रक्षा मुस्तैदी से करे !
एस पी सिंह

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