सरकार में असमंजस :
एसीबी के डीजी नवदीप सिंह चाहे कितना भी दावा करें कि उनकी जांच सरकार के इशारे और दबाव में नहीं हो रही, लेकिन सब जानते हैं कि यदि सीएम वसुंधरा राजे के निर्देश होंगे तो ही धारीवाल को गिरफ्तार किया जाएगा। जानकारों के मुताबिक धारीवाल की गिरफ्तारी को लेकर सरकार में असमंजस की स्थिति है। एक वर्ग का यह मानना है कि यदि एकल पट्टा प्रकरण में भ्रष्टाचार बताकर धारीवाल को गिरफ्तार किया जाता है तो फिर बहुचर्चित खान आवंटन के भ्रष्टाचार के मामले में भी सरकार पर दबाव पड़ेगा। खान विभाग के भ्रष्टाचार के मामले में प्रमुख शासन सचिव अशोक सिंघवी सहित आठ अधिकारी और दलाल जेल में पड़े हुए हैं। खान विभाग के भ्रष्टाचार को लेकर सीधे मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे पर अंगुली उठाई जा रही है। राजे ने खान विभाग में राज्यमंत्री की नियुक्ति कर रखी है इसलिए केबिनेट मंत्री के अधिकार खुद वसुंधरा राजे के पास हैं। खान विभाग के भ्रष्टाचार की जांच भी एसीबी ही कर रही है। यहां यह लिखना जरूरी है कि धारीवाल ने अपने कार्यकाल में ही एकल पट्टा निरस्त कर दिया था जबकि खान विभाग में तो छापामार कार्यवाही कर ढाई करोड़ नकद बरामद किए हैं। ऐसे में एसीबी को दोनों प्रकरणों में भेदभाव करना भारी पड़ सकता है।
नवदीप सिंह और कांग्रेस :
एसीबी के कामकाज के जानकारों का मानना है कि डीजी नवदीप सिंह जरूरत से ज्यादा एकल पट्टा प्रकरण में रूचि दिखा रहे हैं। नवदीप सिंह की पत्नी कांग्रेस के गत शासन में कांग्रेस की विधायक रही थी। हालाकि नवदीप सिंह पहले ही कह चुके हैं कि उनकी पत्नी का कांग्रेसी विधायक होने की वजह से उनके कामकाज पर कोई असर नहीं पड़ता है। एसीबी की जांच कानून के दायरे में ही होती है।
(एस.पी. मित्तल)(spmittal.blogspot.in)M-09829071511
