बेवकूफ बनाम अनपढ़

sohanpal singh
sohanpal singh
किसी व्यक्ति या समाज का अनपढ़ होना या कम पढ़ालिखा होना कोई अपराध नहीं है और न ही कोई पाप है ? और ऐसा व्यक्ति समाज के लिए हानिकारक भी नहीं है ? लेकिन पढ़ालिखा होना या अधिक ज्ञानवान होना समाज के लिए अधिक घातक होता है अगर वह अपनी विद्वता से समाज की सेवा नहीं करता ? लेकिन किसी की बेवकूफि भरी बातें समाज के लिए सबसे अधिक घातक होती है ? क्योंकि पता नहीं कब कोई अपनी बेवकूफी भरी बातों से समाज में वैमनष्य पैदा कर दे कोई नहीं जान सकता ?

लेकिन अगर देश की कमान संभाल रहा व्यक्ति कोई बेवकूफी करे तो उस देश का क्या होगा फिर तो अगर भगवान् भी धरती पर उतार आये तो उस देश का भला नहीं हो सकता । अगर कोई व्यक्ति बिहार में हो रही दाल की जमा खोरी और महंगाई का रिश्ता बिहार के मुख्य मंत्री से जोड़ दे तो यह सही तो लग सकता है परंतु यही बात प्रधान मंत्री कहे तो आश्चर्य होना स्वाभाविक ही है ? क्योंकि दाल की कीमत पुरे देश में बड़ रही है और लगभग पुरे ही देश में बड़े व्यापारियों जमा खोरी के रिकार्ड तोड़ दिए है ? वित्त मंत्री अरुण जेटली के अनुसार देश में अब तक एक लाख हजार क्विंटल दाल की जमा खोरी पकड़ी गई है तो क्या पुरे देश की कमान संभल रहे प्रधान मंत्री की सांठ गाँठ से ऐसा हो रहा है ? और क्या प्रधानमंत्री इसके लिए जिम्मेदार हैं ! इस लिए ऐसे बेवकूफी भरे व्यक्तव्य की आशा प्रधानं मंत्री से नहीं की जा सकती ! क्योंकि अगर किसी प्रदेश का मुख्य मंत्री जमा खोरी करवा रहा है तो ऐसे में राज्य की सरकार को बर्खास्त किया जा सकता है जिसका अधिकार राष्ट्रपति के पास होता है !लेकिन बेवकुफि की कोई जगह नहीं है ?

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