सलीम ने कहा कि माननीय मुलायम सिंह यादव जी और माननीय अखिलेश यादव जी के मंत्रीमंडल में मो.आज़म खां साहब एक विशेष शैली के कारण कुशल प्रशासक माने जाते हैं ! केवल राजनीतिक दुश्मनी की बुनियाद पर एक अंतर्राष्ट्रीय अपराधी से मो.आज़म खां साहब की तुलना करने से देश में खां साहब का नहीं बल्कि शिवसेना का सम्मान घटा है ! सलीम ने कहा कि शिवसेना ने हैदराबाद के एक ऐसे नेता से मो.आज़म खां साहब को सबक सीखने की बात कह डाली जिन लोगों ने हिन्दू देवी देवताओं के संदर्भ में ऐसे विवादग्रस्त जुमले बोले हैं जो देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप और सहशुणिता पर हमेशा सवाल बने रहेंगे ! मुनव्वर सलीम ने देश वासियों को आगाह करते हुए कहा कि देश के साम्प्रदायिक तत्व और घृणा फैला कर सियासत करने वाले दल और नेता अंदर से एक होकर देश को कमज़ोर कर रहे हैं !
सलीम ने देशवासियों से कहा कि राम के नाम पर राजनीत करने वाली शिवसेना यदि मुसलमानों में उन हैदराबादी नेताओं को अपना आदर्श मानती हैं जिन्होंने श्री राम की माता जी के संदर्भ में ऐसे जुमले बोले हैं जो हमेशा सहशुणी भारत पर सवाल बने रहेंगे तथा बम्बई ब्लास्ट के एक आरोपी को अदालती सज़ा पर अतिवादी ग्रस्त बयान देने वाले शिवसेना का आदर्श हैं तब इस गठजोड़ पर देशवासियों को हैरत नहीं होना चाहिए चूंकि यह एक स्वयं सिद्ध है कि सभी धर्मों और वर्गों के साम्प्रदायिक तत्व अंदर से एक हो कर एक दुसरे को जीवन प्रदान करते हैं !
और ऐसे मो.आज़म खां साहब जिन्होंने बाबरी मस्जिद आंदोलन का नेता होते हुए भी कभी भी राम चंद्र जी की शान में कोई ऐसा शब्द नहीं बोला जिसे नफरत फैलाने वाले अपना राजनैतिक अस्त्र बना सकें तथा गाय गंगा और मेमन की फांसी के समय देश में होने वाली साम्प्रदायिक बहस पर अपनी रचनात्मक टिप्पणियों के ज़रिये मो.आज़म खां साहब ने परिपक्व बेबाक राष्ट्रवादी दर्शनशास्त्री होने का सबूत दिया था ! ऐसे प्रतिभाशाली नेता को अपने संकीर्ण विचारों का निशाना बनाने वाली शिवसेना यह बताये कि उन्हें किस प्रकार के मुस्लिम नेता की दरकार है यदि हैदराबाद के मुस्लिम नेता उनकी पसंद है तो यह साफ़ कर देना चाहता हूँ कि मो.आज़म खां साहब कभी उनकी तरह नहीं हों सकते !
सलीम ने देशवासियों से कहा कि शिवसेना जैसे संगठन किसके इशारे पर देश में साम्प्रदायिकता फैला रहे हैं इसकी जांच होना आवयश्यक है तथा देश के बहुसंख्यक हिन्दू भाई और भाजपा यह स्पष्ट करे कि क्या शिवसेना द्वारा किसी ऐसे संगठन और व्यक्ति को राष्ट्रवाद का सर्टिफिकेट दिया जाना चाहिए जिसने राम जी की माता श्री पर प्रशन खड़े किये हों और अपशब्द बोले हों ? यदि नहीं तो फिर शिवसेना देश के हिन्दू-मुसलमानों से माफी मांगे और यह स्पष्ट करे कि वह राम भक्त हैं या ओवैसी भक्त ?
चौधरी मुनव्वर सलीम
