हने नहीं मालुम कि यह देश का सौभाग्य है या दुर्भाग्य है कि देश को एक ऐसा कानून विद वित्त मंत्री मिला है जो क़ानून का ज्ञाता होने के साथ आर्थिक समख भी रखता हो ! लेकिन देखने में यह आता है की देश में जो कानून का मंत्री है वे जनाब कभी कभी संसद में बोलते हुए दिखाई देते है ? लेकिन कानून विद वित्त मंत्री जब तब कानून की बारीकियों को समझते हुए दिखाई देही जाते है यहाँ तक कि न्यायपालिका को भी अपनी सीमाओं में रहने की चेतावनी भी दे ही देते है ? क्या यह वित्त मंत्री के रूप में अपनी नाकामियों को छुपाने और जनता में हीरो दिखने की लालसा है या पार्टी में नंबर दो बनाने की होड़ ? क्योंकि दो वर्ष का वित्त मंत्रालय का काम काज अपनी दुर्दशा का बखान स्वयं कर रहा है ? रुपया डॉलर के मुकाबले 68 तक पहुँच गया। काले धन का कोई पता नहीं ! टैक्स चोरो केनाम देश को नहीं बताये गए ? बड़ी कंपनियों बैंकों का लाखो करोड़ रुपया हजम कर के दिवालिया हो गई हैं वित्त मंत्रालय उनका नाम भी नहीं बताना चाहता? किसान बेहाल है बैंको के कर्ज न चुकाने और फसल ख़राब हो जाने के कारन आत्महत्या कर रहे है ? 9000 करोड़ का बैंको से कर्ज लेकर माल्या विदेश भाग गया ?
एस. पी. सिंह, मेरठ।