राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा गुर्जरो के पांच प्रतिशत के आरक्षण की मांग को नामंजूर करने के बाद एक बार फिर कर्नल बैसला अपने समाज के प्रतिनिधियों के साथ अपनी आगामी नई रणनीति की तैयारी में लगे हुए हे । इसमें अब उनके साथ गुजरात में तूफानी रफ़्तार से पटेल आरक्षण की मांग कर पुरे गुजरात को दंगे की भेट चढ़ा चुके हार्दिक पटेल का साथ मिल रहा हे ।
कर्नल द्वारा पटेल को आरक्षण की मांग में साथ देने की अपील की हे । पटेल के साथ आ जाने से और बंद कमरे में पटेल और कर्नल के बात करने से ऐसा लगता हे की कर्नल बैसला इस बार कुछ बडा करने का मानस रखते हे उनकी क्या योजना हे यह तो वक्त ही बताएगा । लेकिन कोर्ट के आदेश में आरक्षण की मांग ना मंजूर करने के कारण अन्दर ही अन्दर तिलमिलाए हुए हे । बैसला इस बार आर पार की लड़ाई करने के मुड में हे ।
कर्नल और पटेल की जुगलबंदी कही राजस्थान पे भारी ना पड़ जाए इसके लिए राजे सरकार को इनकी हर गतिविधियों पे नजर रखने और उस पे उचित कार्यवाही कर प्रदेश में फैलने वाले विद्रोह को काबू में करने की चुनोती होगी । सरकार को चाहिए की इस मसले को वार्ता के जरिये हल कर प्रदेश में फैलने वाली अशांति की संभावना को समाप्त करे ।
कर्नल ने पूर्व में भी समाज की भीड़ को लेकर रेल की पटरियां उखाड़ने और रेल यातायात जाम करने का साहस दिखाया भी हे और उसका खामियाजा यात्रियों को उठाना पड़ा और इसके साथ ही रेल और रोडवेज को भी भारी नुकसान उठाना पड़ा था ।
*हेमेन्द्र सोनी @ BDN ब्यावर*