वर्तमान राजनीतिक स्थिति भाजपा के पक्ष में

ऐसा लगता है कि हमारे देश में वर्तमान राजनीतिक स्थित भाजपा के पक्ष में है और अगले आम चुनाव में वह ही सबसे अधिक सीटों से जीतेगी। भारत में जब तक भाजपा विरोधी पार्टियाँ आपस में गठबंधन नहीं करती, तब तक भाजपा ही चुनावों में जीतती रहेगी। बिहार की गोपालगंज सीट का नवम्बर 2022 उपचुनाव इस बारे में स्पष्ट सीख देता है। इस उपचुनाव में भाजपा की कुसुम देवी को 70,053 वोट मिले, जबकि दूसरे नंबर पर रहे राजद के मोहन प्रसाद गुप्ता ने 68,259 वोट हासिल किए। मतलब मोहन प्रसाद गुप्ता केवल 1,795 वोटों से हार गए। इस उपचुनाव में असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के प्रत्याशी अब्दुल सलाम को 12,214 वोट मिले। सलाम तीसरे नंबर पर रहे। वहीं, लालू यादव के साले साधू यादव की पत्नी इंदिरा यादव को कुल 8,854 वोट मिले, जिन्होंने बसपा से चुनाव लड़ा था। राजद का खेल बसपा और एआईएमआईएम ने बिगाड़ दिया। यदि एआईएमआईएम या बसपा का प्रत्याशी खड़ा नहीं होता तो निश्चित ही राजद का प्रत्याशी जीतता।
आने वाले समय में अधिकतर सीटों पर मुख्य मुकाबला भाजपा बनाम अन्य पार्टियों के बीच होगा। भाजपा विरोधी पार्टियाँ आपस में एक-दूसरे के वोट काटेंगी और इस प्रकार कम प्रतिशत वोट पाने के बावजूद भाजपा का प्रत्याशी जीतेगा। जिस तरह से भाजपा विरोधी पार्टियाँ अपना-अपना राग गा रही हैं और अपने-अपनी ढपली बजा रही हैं, उससे स्पष्ट लगता है कि अगले आम चुनावों में भी भाजपा ही सबसे अधिक सीटों पर जीतेगी और सरकार बनाएगी।

– केशव राम सिंघल

error: Content is protected !!