कांग्रेस और भाजपा की जन यात्राऐ और राजस्थान में कोचिंग संस्थान के छात्र छात्राओं की आत्महत्याऐ

चुनावी मौसम आते ही जिस तरह बरसाती मेंढक बरसात का मौसम आते ही टरटराने लगते हैं उसी प्रकार आगामी विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में लाभ के लिए देश के प्रमुख राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस दोनों राज्य में जन यात्राएं निकाल रहे हैं।
भाजपा ने अपनी रैली को जनाक्रोश रैली का नाम दिया तो कांग्रेस भारत जोड़ो के नाम से यात्रा निकाल रही है।
भाजपा का आरोप है राज्य की कांग्रेसी सरकार के राज में आमजन दुखी और परेशान हैं। वही कांग्रेस का कहना है केंद्र की भाजपा सरकार लोगों की समस्या को नहीं सुन रही। आमजन की आवाज उठाने के लिए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की पैदल यात्रा निकाल रहे हैं जो कोटा से राजस्थान में प्रवेश कर चुकी हैं।

चुनाव का समय राजनीतिक दल जनता से हमदर्दी जताने के लिए ऐसे नौटंकी करते हैं।
राज्य सरकार तथा पुलिस प्रशासन यात्रा की अगवानी और सुरक्षा में लगा है ।
कोटा में ही कोचिंग सेंटर मे अध्यनरत बच्चे आए दिन आत्महत्या कर रहे हैं।जो जनता की आवाज उठाने वाले इन राजनीतिक दलों के नेताओं को नहीं दिख रहा है।। औसतन हर सप्ताह एक बच्चे की मौत आत्महत्या से हो रही है । प्रति वर्ष सेंकड़ों बच्चे कोचिंग सेंटर के दबाव के चलते आत्महत्या के लिए मजबूर हो रहे हैं। राजनीतिक दल तथा मीडिया भी इस विषय पर गंभीर विषय पर मौन है ।
किसी हादसे ,एक्सीडेंट या कोरोना, डेंगू जैसी बीमारी से प्रदेश में कोई मौत होती है तो वह प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया की बड़ी खबर बन जाती है। जबकि प्रदेश में प्रतिवर्ष सैकड़ों बच्चे कोचिंग संस्थानों के मानसिक दबाव के चलते आत्महत्या को मजबूर हो जाते हैं।
कोचिंग संस्थानों ने प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया सबको *विज्ञापन आर्थिक लोभ लालच* देखकर शायद सेट किया हुआ है। यही कारण है कि इन कोचिंग संस्थानों के खिलाफ लिखने की बोलने लिखने की कोई जहमत नहीं उठाता।

सरकार का *आठ घंटे काम का नियम* है। परिजन तथा कोचिंग सेंटर बच्चों पर दबाव देकर *18-20 घंटे पढ़ने को मजबूर* कर रहें हैं। मानवाधिकार आयोग को इस ओर ध्यान देना चाहिए।
बाल श्रम कानून के तहत बच्चों से मजदूरी श्रम कराना ग़ैर क़ानूनी है लेकिन ढाई -तीन वर्ष की उम्र में ही अपने मासूमों को स्कूल भेजकर नौनिहालों का बचपन छीनने वाले परिजनों के मामले में कानून की स्थिति स्पष्ट नहीं है।

*कोटा के एलेन कोचिंग सहित प्रदेश के विभिन्न कोचिंग संस्थानों के छात्र-छात्राओं की आत्महत्या करने वाले छात्र-छात्राओं से मेरी सहानुभूति है। लेकिन अपने बच्चों को धन कमाने की मशीन बनाने के इच्छुक माता पिता और परिजनों के बारे में मैं प्रार्थना करता हूं कि ईश्वर ऐसे परिजनों को सद्बुद्धि प्रदान करें।🙏*

*हीरालाल नाहर पत्रकार*
*9929686902*

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