मतदान का बहिस्कार करने व प्रेरित करने वाले दोषी

लोकतंत्र के महापर्व चुनाव में मतप्रतिशत बढाने में मीडिया की अहम् भूमिका
मीडिया वर्कशाप में पत्रकारों को विभिन्न विषयों पर दी गयी जानकारी
-डा.एल.एन.वैष्णव- दमोह/ लोकतंत्र का महापर्व चुनाव आने वाला है और हम सबको इसको एक त्यौहार के साथ मनाना चाहिये। लगातार बढ रहे मतदान के प्रतिशत के पीछे मीडिया की एक अहम भूमिका है जिसके लिये वह भी धन्यवाद की पात्र है यह बात जिला दण्डाधिकारी एवं जिला निर्वाचन अधिकारी स्वतंत्र कुमार सिंह ने कही। स्थानीय संयुक्त कलेक्ट्रड भवन के सभाकक्ष में आयोजित मीडिया वर्क शाप में पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।
14इन्होने कहा कि अगर यह कहीं किसी जगह से मतदान बहिस्कार करने जैसी खबर या बात सामने आती है तो उसको हतोत्साहित करने का कार्य करें। क्योंकि मतदान का बहिस्कार करना एवं उसको प्रेरित करना दोनो ही एक गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। कानून में इसके लिये दोषी पाये जाने पर जुर्माने एवं सजा का प्रावधान रखा गया है। भारतीय दण्ड संहिता की धारा १७१ एच के तहत जुर्माना या जेल या दोनों की सजाएं एक साथ हो सकती हैं। यह बात अलग है कि लोगों की समस्यायें होती हैं उनको कहने एवं समस्या की ओर ध्यान आकृष्ठ कराने के और भी अनेक माध्यम हैं जिसके तहत वह ज्ञापन या आवेदन पत्र का सहारा ले सकते हैं। विश्व का सबसे बडा लोकतांत्रिक देश भारत है और इसमें चुनाव एक पर्व होता है। श्री सिंह ने पत्रकारों के प्रश्रों के उत्तर भी दिये तथा अपेक्षा की प्रशासन को लगातार सहयोग पूर्व की तरह मिलता रहेगा। इन्होने कहा कि यह वर्कशाप आपको कानून एवं तथ्यों की जानकारी प्रदान करने के उद्ेश्य से रखी गयी है। व्यय प्रेक्षक मूलचंद वर्मा की उपस्थिति में आयोजित वर्कशाप में मुख्यकार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत डा.जगदीश जटिया ने कहा कि यह कार्यशाला मूलत: चार बिन्दुओं के उपर रखी गयी है। जिनके बारे में विस्तार से जानकारी देते हुये इन्होने मतदान प्रतिशत को बढाने के लिये जा रहे कार्यों पर प्रशासन का पक्ष रखा तो वहीं पत्रकारों से सुझाव भी प्राप्त किये। डा.जटिया ने कहा कि स्वीप प्लान के तहत अनेक कार्य किये जा रहे हैं छात्र-छात्राओं को गुलाल भेंट कर उनके माता पिता एवं परिजनों को वोट देने के लिये निमंत्रण देनेे का कार्य किया जा रहा है। इसके पीछे का कारण है कि हम बच्चों के माध्यम से मतदाताओं को प्रेरित कर रहे हैं जिस प्रकार हमने विधान सभा चुनाव के दौरान किया था एवं सकारात्मक परिणाम प्राप्त किये थे। इन्होने कहा कि पत्रकारों को चुुनाव के दौरान कव्हरेज करने के लिये किसी भी प्रकार का प्रतिबंध नहीं है। हां इस बात का ध्यान रखा जाये कि वह एक तरफा न्यूज न हो सबको समानता से प्रचारित-प्रसारित किया जाये। पेड न्यूज पर किस प्रकार नजर रखी जाती है एवं क्या कार्यवाही करने का प्रावधान है यह भी विस्तार से बतलाया। डा.जटिया ने कहा कि मतदान प्रतिशत बढाने के लिये अब एक ओर प्रावधान आया है जिसके तहत चुनाव में लगे कर्मचारियों को कहीं भी वोट डालने का अधिकार दिया गया है। इसके लिये कर्मचारी को फार्म ए भरकर देना होगा तथा फार्म बी में निर्वाचन अधिकारी उसके लिये ईडीसी अर्थात् इलेक्शन ड्यूटी सार्टिफिकेट जारी कर देंगें। मतदान स्थल या मैदान में लगे कर्मचारी मतदान स्थल पर जाकर अपने ईडीसी को देंगे। वहां मतदाता सूची में दर्ज संख्या के अंत में उनका नाम लिख उनको मतदान करने का अधिकार प्राप्त हो जायेगा। इन्होने कहा कि बीएलओ पुन: फोटो युक्त वोट की पर्ची मतदाताओं को घर-घर जाकर वितरित करेंगे। लगभग दो घंटे तक चली कार्यशाला के दौरान जहां पत्रकारों की अनेक जिझासाओं को शांत किया गया तो विस्तृत जानकारी प्रदान की गयी।

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