सांसद सतपाल महाराज ने शुक्रवार को कांग्रेस छोड़ने का फैसला किया। इस घोषणा के कुछ ही घंटे बाद वह बीजेपी अध्यक्ष राजनाथ सिंह की मौजूदगी में पार्टी में शामिल हो गए। सतपाल महाराज अपने बेटे के लिए टिकट चाह रहे थे। कांग्रेस पहले ही उनके बेटे को टिकट देने से इनकार कर चुकी है। इसके चलते सतपाल महाराज पिछले कुछ दिनों से नाराज चल रहे थे। बताया जा रहा है कि उन्होंने केंद्र में मंत्री पद की भी मांग पार्टी आलाकमान के सामने रखी थी। सतपाल महाराज उत्तराखंड में कांग्रेस के बड़े नेता थे। उनमें बीजेपी में शामिल होने से राज्य में कांग्रेस की स्थिति कमजोर होगी। राजनीतिक गलियारों में यह भी चर्चा है कि सतपाल महाराज के बाद छह विधायक भी जल्दी ही पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हो सकते हैं। यदि ऐसा हुआ तो राज्य में कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ जाएगी।