अजमेर। झूला मौहल्ला स्थित निर्मल धाम दरबार में स्वामी माधवदास उदासीन महाराज की चौथी वरसी उत्सव के दूसरे दिन कई धार्मिक कार्यक्रम हुए। सुखमनी साहब का पाठ और नितनेम के साथ उपस्थित साध संगत को गद्दीनशीन स्वामी आतमदास उदासीन ने कहा कि इंसान जब तक मैं नहीं छोड़ेगा, तब तक मुक्ति नहीं मिलेगी। इस अवसर पर भीलवाड़ा हरिशेवा धाम के महंत स्वामी हंसराम, किशनगढ़ धाम के स्वामी श्यामदास और उदासीन आश्रम के सांई स्वरूप दास ने भक्तों को आशीर्वचन दिये।