अजमेर- सिन्धु सभ्यता व संस्कृति को बचाने के लिए राज्य भर में शिविर लगाये जा रहे हैं, जिसमें सिन्धी शिक्षा समिति के अध्यक्ष भगवान कलवाणी ने कहा कि सिन्धी विषय लेकर अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के लिए सिन्धी विषय की पुस्तकों का प्रकाशन पाठय पुस्तक मण्डल व माध्यमिक शिक्षा बोर्ड से करवाया जाये । भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने कहा कि इससे विद्यालयों में सिन्धी भाषा तृतीय भाषा के रूप में लेकर विद्यार्थियों को प्रोत्साहन मिलेगा।
शिविरों से ही शिवरार्थियों को अपनी संस्कृति का ज्ञान होता है। ग्रीष्मकालीन अवकाश में भाषा, गीत संगीत व नृत्य का भी ज्ञान मिलता है । बाल संस्कार शिविर का शुभारम्भ करते हुये ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम के महन्त स्वामी स्वरूपदास ने आर्शीवाद वचन प्रकट किये ।
भारतीय सिन्धु सभा की ओर से अजयनगर सिन्धी सेवा समिति के सहयोग से ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम अजयनगर में आज शिविर का प्रारम्भ हुआ जिसमें भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी,मोहन तुलस्यिाणी, राजेन्द्र लालवाणी, मोहन कोटवाणी ने ईष्टदेव झूलेलाल व सिन्ध के चित्र पर माल्यार्पण व दीप प्रज्जवलित कर की । यह शिविर 10 जून तक सुबह 8 से 10 बजे तक चलेगा। शिविर में 72 विद्यार्थी भाषा के साथ गीत व संगीत का रजिस्ट्रेशन कराकर प्रशिक्षण ले रहे हैं। शिविर में श्रीमति शांता शिवदासाणी, पूनम नवलाणी, श्रीमति निर्मला, शंकर सबनाणी ने शिक्षा व संगीत की शिक्षा दी ।
दस दिवसीय शिविर में विभिन्न विषयों की भी जानकारी दी जायेगी । शिविर में, कंवल प्रकाश किशनाणी, कन्हैयालाल जेठाणी, लक्षमण रूपाणी, रमेश वलीरामणी, रमेश लखाणी, भगवान पुरसवाणी तुलसी सोनी, पार्षद खेमचन्द नारवाणी सहित कई कार्यकर्ता उपस्थित थे ।
(महेश टेकचंदाणी)
महनगर मंत्री,
मो. 9413691477