व्यक्ति के विकास में परिवार का विशेष महत्व

गोवा की राज्यपाल ने की यूथ फेस्टिवल के समापन समारोह में शिरकत
अजमेर, 23 नवम्बर।  गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा ने कहा कि जीवन के हर क्षेत्रा और व्यक्ति के विकास के लिए आवश्यक है कि पारीवारिक संस्कारों का प्रचलन एवं उपयोग अधिक से अधिक हो। देश तरक्की कर रहा है और हमें इस तरक्की में सक्रिय भागीदार बनना चाहिए। युवा अपनी जिम्मेदारी और भूमिका का पूरी गम्भीरता के साथ निवर्हन करें।
गोवा की राज्यपाल श्रीमती सिन्हा रविवार को महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय में 30वें वेस्ट जोन अन्तर विश्वविद्यालय यूथ फेस्टिवल के समापन समारोह को सम्बोधित कर रही थी। उन्होंने कहा कि विकास की अवधारणा तभी सार्थक है जब युवा अपने माता-पिता को भी साथ लेकर चले। उन्होंने कहा कि फ्लैट में एक कमरा माता-पिता के लिए भी होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि वृद्धाश्रम की बढ़ती संख्या चिंता जनक है इसके बजाय युवाओं को अपने माता-पिता की सेवा एवं उन्हें साथ रखने के लिए प्रेरित व संस्कारित किया जाना चाहिए। वर्तमान शिक्षा पद्धति केवल विद्यार्थी की धन कमाने की योग्यता पर आधारित है जबकि इसमें विद्यार्थी का सम्पूर्ण शारीरिक, बौद्धिक, मानसिक एवं आत्मीय विकास होना चाहिए। यही शिक्षा का लक्ष्य भी होना चाहिए।
श्रीमती सिन्हा ने कहा कि शिक्षा पद्धति विद्यार्थियों को संस्कारवान बनाने का लक्ष्य लेकर चले। इसके लिए हमें शिक्षा के बारे में और विचार करना होगा। उन्होंने कहा कि महिलाएं विशेष होती हैं। उन्हें विशेष दर्जा प्राप्त है। उनके लिए विशेष शिक्षा और प्रशिक्षण की आवश्यकता है।
राज्यपाल श्रीमती सिन्हा ने कहा कि मनुष्य के व्यवहार में संवेदना होनी चाहिए लेकिन वर्तमान में हमारी सोच पत्थर जैसी होती जा रही है। उसमें बदलाव की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि देश विकास की ओर अग्रसर है। भारत को विश्वगुरू बनाने का दारोमदार युवाओं पर है।
उन्होंने केन्द्र सरकार एवं प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा चलाए जा रहे स्वच्छता अभियान की प्रशंसा करते हुए कहा कि हर भारतवासी को इसे गम्भीरता से लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि आसपास के परिवेश एवं अपने प्रांगणों की सफाई के साथ हमें शरीर, मन और बुद्धि के विकास पर भी ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कार्यक्रम में उपस्थित सभी व्यक्तियों एवं विद्यार्थियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू जल विभाग मंत्राी श्रीमती किरण माहेश्वरी  ने कहा कि व्यक्ति के जीवन में परिवार एवं महिलाओं का विशेष स्थान है। हमें अपने 2
संस्कारों तथा शिक्षा में इसे शामिल करना होगा। सभी विश्वविद्यालयों की लाइबे्ररी में परिवार और महिलाओं के इतिहास व गौरव से जुड़ी पुस्तकों को रखना चाहिए।
श्रीमती माहेश्वरी ने कहा कि युग निर्माण युवाओं के साथ होता है। युवा सशक्त और सक्षम होंगे तभी युग निर्माण होगा। उन्होंने युवाओं का आह्वान किया कि देश निर्माण में भागीदार बनें।
उन्होंने कहा कि युवाओं को सक्षम और सशक्त बनाने के लिए स्किल डवलपमेंट आवश्यक है। मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे जी के नेतृत्व में राज्य में स्किल डवलपमेंट के लिए विशेष प्रयास शुरू किए गए है। इसके जल्द ही बेहतर परिणाम सामने आएंगे। वर्तमान युग में आवश्यक है कि युवाओं को पढ़ाई के साथ ही रोजगार की शिक्षा भी दी जाए।
जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू जल विभाग मंत्राी ने परिवार एवं संस्कार के क्षेत्रा में विशेष लेखन एवं प्रयासों के लिए गोवा की राज्यपाल श्रीमती मृदुला सिन्हा तथा राजमाता श्रीमती विजया राजे जी सिंधिया के प्रयासों की भी सराहना की।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए महिला एवं बाल विकास मंत्राी श्रीमती अनिता भदेल ने कहा कि प्रतियोगिता एवं प्रतिस्पर्धा हमें अनुशासन व सहयोग सिखाती है। युवाओं को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए।
उन्हांेने कहा कि प्रधानमंत्राी माननीय श्री नरेन्द्र मोदी एवं मुख्यमंत्राी श्रीमती वसुंधरा राजे के नेतृत्व में देश व प्रदेश में बेहतर बदलाव आ रहे है। देश तरक्की की ओर बढ़ रहा है। युवाओं को इसमें सक्रिय सहयोग करना चाहिए। श्रीमती भदेल ने कहा कि वर्तमान सरकार ज्यादा से ज्यादा लोगों से जुड़ाव एवं उनकी बेहतरी के लिए काम कर रही है। देश को इनके बेहतर परिणाम नजर आ रहे है।
कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कुलपति श्री कैलाश सोढ़ाणी ने कहा कि प्रधानमंत्राी श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में हम एक विकसित राष्ट्र के रूप में उभर रहे है। युवा सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़े एवं देश निर्माण में सहयोग करें। उन्होंने कार्यक्रम की जानकारी भी दी।
कार्यक्रम को पर्यवेक्षक डाॅ. डी.के. श्रीनिवासन एवं विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डाॅ. प्रवीण माथुर व छात्रा संघ अध्यक्ष नरेन्द्र शर्मा ने भी सम्बोधित किया। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने कई सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुतियां दी। विभिन्न प्रतियोगिताओं में विजेता विश्वविद्यालय की टीमों को पुरस्कृत भी किया गया।
कार्यक्रम में प्रो. बी.पी. सारस्वत, अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर श्री हरफूल सिंह यादव सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
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