पशुपालन, डेयरी एवं गौपालन विभाग के सचिव श्री अश्विनी भगत ने ली बैठक
शहर के 15 डेयरी बूथों पर बिकेंगी सस्ती सब्जियां, टास्क फोर्स गठित
अजमेर, 13 जुलाई। पशुपालन, डेयरी एवं गौपालन विभाग के सचिव श्री अश्विनी भगत ने कहा कि मुर्गीपालन के क्षेत्रा में अजमेर का विशिष्ट स्थान है। अजमेर स्थित राज्य स्तरीय कुक्कुट प्रशिक्षण केन्द्र पूरे देश में मुर्गीपालन प्रशिक्षण का प्रमुख केन्द्र रहा है। इसका पुराना महत्व पुनः लौटाने एवं कायापलट के गम्भीरता से प्रयास किए जाएंगे। अजमेर के लोगों को सस्ती सब्जियां उपलब्ध कराने के लिए शहर के 15 डेयरी बूथों को चिन्हित कर सब्जियां विक्रय के उपलब्ध करायी जाएगी।
पशुपालन, डेयरी एवं गौपालन विभाग के सचिव श्री अश्विनी भगत ने सोमवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय में विभागों की संभाग स्तरीय समीक्षा बैठक ली। उन्होंने कहा कि नेशनल लाइवलीहुड मिशन के तहत अजमेर के राज्य स्तरीय कुक्कुट प्रशिक्षण केन्द्र का विकास किया जाएगा। यह केन्द्र पूर्व के वर्षों में पूरे देश में मुर्गीपालन के प्रशिक्षण के लिए विशिष्ट स्थान रखता था।
उन्होंने पशुपालन विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांवों में पशुपालकों को उनके गांव में ही चिकित्सा आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने के लिए शुरू की गई मोबाईल चिकित्सा वैन की प्रभावी माॅनिटरिंग शुरू कराए। मोबाईल चिकित्सा वैन का ग्रामवार समय व स्थान तय कर इनका पर्याप्त प्रचार-प्रसार किया जाए। इस कार्य में डेयरी विभाग की सहायता भी ली जाए।
श्री भगत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आगामी 15 दिनों में यह कार्यक्रम सुनिश्चित कर मोबाईल वैन पर बड़े-बड़े स्टीकर चस्पा किए जाए जिनपर वैन का नाम, विभाग, उद्देश्य, चिकित्सक का नाम व मोबाईल नम्बर भी अंकित हो। अजमेर संभाग में स्थित गौशालाओं के संवर्द्धन के लिए नरेगा से प्रस्ताव पास कर कार्य करवाए जाए।
उन्होंने कहा कि जिन विभागों में कर्मचारियों की कमी है, वे सेवानिवृत कर्मचारियों को काम पर रखें। अजमेर सहित संभाग के चारों जिलों में पशुपालन विभाग के फार्म पर पशु आहार के लिए खेती योजनाबद्ध तरीके से की जाए ताकि उनका अधिक से अधिक लाभ प्राप्त हो सके। गांव में सार्वजनिक चरागाह पद्धति को विकसित किया जाए ताकि गांव के पशुओं को आहार प्राप्त हो सके।
श्री भगत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि गांव में पशुओं के वैक्सीनेशन के लिए स्वयं सहायता समूहों को प्रशिक्षित कर जिम्मेदारी दी जाए। इसके लिए पशुगणना के आंकड़ों का भी सहारा लिया जा सकता है। पशुपालकों को राज्य सरकार की ओर से पशुओं के लिए मुफ्त उपलब्ध करायी जा रही दवाओं के वितरण का लाभ भी दिया जाए।
उन्होंने अजमेर के नया बाजार स्थित बहु उद्देशीय पशु चिकित्सालय के स्थानांतरण की कार्यवाही में भी तेजी लाने के निर्देश दिए। इसके लिए अतिरिक्त जिला कलक्टर शहर की अध्यक्षता में बनी कमेटी को शीघ्र कार्यवाही करने को कहा गया।
श्री भगत ने अधिकारियों को निर्देश दिए कि राज्य सरकार की सभी योजनाओं की नियमित एवं प्रभावी निगरानी हो। इस कार्य में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। कोर्ट केस, जांच एवं सम्पर्क समाधान पोर्टल पर दी जाने वाली शिकायतों का समयबद्ध निस्तारण किया जाए। इसमें लापरवाही पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही होगी।
संभागीय आयुक्त डाॅ. धर्मेन्द्र भटनागर ने बैठक में कहा कि अजमेर का चयन केन्द्र सरकार की वैजिटेबल इनीशिएटिव योजना में हुआ है। योजना के तहत कृषि एवं डेयरी विभाग आपसी समन्वय से शहर में सस्ती सब्जी योजना को लागू करे। अजमेर शहर के 15 डेयरी बूथों को चयनित कर यह योजना लागू की जाएगी।
डाॅ. भटनागर ने अजमेर डेयरी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि जवाहर लाल नेहरू चिकित्सालय, जनाना अस्पताल, अजमेर विकास प्राधिकरण, राजस्व मण्डल, राजस्थान लोक सेवा आयोग सहित ऐसे सभी बड़े सरकारी कार्यालय जहां प्रतिदिन हजारों लोगों का आना-जाना लगा रहता है। वहां नए डेयरी बूथ खोले जाएं। बैठक में अजमेर, भीलवाड़ा, नागौर एवं टोंक जिले के विभागीय अधिकारी उपस्थित थे।
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