सनातन धर्म ही हमारी पहचान है- महन्त हंसराम उदासीन

कार्यकर्ता को जीवन में लक्ष्य बनाकर उद्धेश्यों की पूर्ति के लिए करें समर्पण -कैलाश जी
अजमेर- 3 अगस्त -कार्यकर्ता को जीवन में लक्ष्य तय कर संस्कारवान कार्यकर्ता बनकर सेवा करनी है हमें इंसानियत के साथ अच्छे इंसान बनकर परिवार, समाज व देश की सेवा करनी है। अपने संगठन को तहसील स्तर तक प्रत्येक परिवार को जोडना है। उक्त विचार भारतीय सिन्धु सभा की ओर से उदयपुर में आयोजित राष्ट्रीय कार्यकारिणी एवं प्रतिनिधी सभा की दो दिवसीय बैठक के समापन सत्र में मुख्य वक्ता क्षेत्रीय प्रचारक एवं मार्गदर्शक कैलाश जी ने प्रकट किये। उन्होने सभा द्वारा चरित्रवान कार्यकर्ता निर्माण करने के लिए उद्धेश्यों को साथ लेकर चलने की प्रेरणा दी। इस अवसर पर अखिल भारतीय सिन्धी सन्त समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहन्त हंसराम उदासीन ने आर्शीवाद देते हुये कहा कि सनातन धर्म के संस्कार युवा पीढी को देकर श्रेष्ठ संसार का वातावरण बनायें। हम संकल्प लेकर अपने परिवार में भाषा, भोजन व भूषण से पहचान बनाये। उन्होने शीघ्र ही भारत सरकार से मिलकर भव्य सिन्धु तीर्थ स्थान सहित शिक्षा व संस्कृति के लिये प्रमुख मुद्धो पर चर्चा करने के साथ सहयोग के प्रयास किये जायेगें।
प्रदेश महामंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी ने बताया कि 1 व 2 अगस्त को आयोजित बैठक में अलग अलग सत्रों में सिन्ध से आये हिन्दु परिवारों की नागरिकता के लिए भारत सरकार द्वारा लगातार बैठकें आयोजित कर नियमों में सरलीकरण के प्रयास किये जा रहे हैं।
राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नवलराय बच्चाणी ने सिन्धु बाल संस्कार शिविरों पर चर्चा करते हुये सिन्धी भाषा में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों के पुस्तकों का प्रकाशन की जानकारी दी। सिन्धु दर्शन यात्रा समिति के अध्यक्ष श्री मुरलीधर माखीजा ने लेह लद्धाख में सिन्धु भवन निर्माण की भी जानकारी देते हुये यात्रा में सभी को जोडने का आव्हान किया। राजस्थान सरकार द्वारा स्वीकृत सहयोग राशि का आभार प्रकट करते हुये आयकर दाताओं को मुक्त रखने की भी मांग रखी। सभा के कार्यकारी अध्यक्ष श्री लधाराम नागवाणी ने देश भर में प्रत्येक तहसील तक चल रहे सिन्धु सभा के कार्यों हेतु सभी कार्यकर्ताओं का मार्गदर्शन किया। उन्होनें केन्द्रीय पदाधिकारियों द्वारा प्रदेशों में प्रवास कर कार्यकर्ताओं को सक्रिय कर कार्य का विस्तार किया जायेगा।भारतीय सिन्धु सभा के राष्ट््रीय अध्यक्ष श्री लक्ष्मण चन्दीरामाणी, राजस्थान प्रदेश के संगठन महामंत्री मोहन वाधवाणी, महिला अध्यक्ष श्रीमति वीना भाटिया ने भी अपने विचार प्रकट किये।संगठन महामंत्री वासुदेव वासवाणी ने संगठनात्मक विचार प्रकट करते हुये सदा इतिहास को याद कर संगठन को सेवा कार्यों से बढाने का आव्हान किया।
कार्यक्रम स्थल पर उदयपुर ईकाई द्वारा सिन्ध के दर्शनीय स्थलों, महापुरूषों के चित्रों सहित सिन्धु सभ्यता संस्कृति की विशाल प्रदर्शनी भी लगाई गई जिसे सभी ने सराहा। प्रताप गौरव केन्द्र के साथ उदयपुर के तीर्थ स्थानों का भ्रमण करवाकर गौरव का अनुभव कराया।
(महेन्द्र कुमार तीर्थाणी)
9460090200

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