केन्द्र सरकार पंचायत दिवस की औपचारिकता पूर्ण करने के लिए तैयार- अली

पंचायत दिवस कार्यक्रम पर जनप्रतिनिधियों की चयन प्रक्रिया का विरोध

अजमेर 15 अप्रैल। आगामी 24 अप्रैल को पंचायत दिवस पर झारखण्ड राज्य के जमशेदपुर में राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले कार्यक्रम में जनप्रतिनिधियों की चयन प्रक्रीया पर अजमेर जिला वार्डपंच संघ ने विरोध जताया है। कार्यक्रम में राजस्थान से चयनित 153 जनप्रतिनिधियों पर सवाल उठाते हुए वार्डपंच संघ अध्यक्ष आसिफ अली ने कार्यक्रम को महज सरकार की और से औपचारिक कार्यक्रम की संज्ञा दे डाली। अली ने कहा कि महात्मा गांधी का कथन था कि भारत की आत्मा गाँवों में बसती है उसी तर्ज पर आज भी भारत की 70 प्रतिशत जनसंख्या ग्रामों में निवास करती है। सभी ग्रामों में ग्राम पंचायत ही वह प्लेट फार्म है जो ग्राम के विकास को तय करता है। इस प्लेट फार्म के तहत वर्ष में एक ही दिन आता है वो है पंचायत दिवस। इस दिन को विकास से जोड़ते हुए सरकार को उत्सव के रुप में बनाना चाहिए। जबकि सरकार महज चंद लोगों को बुलाकर कार्यक्रम की औपचारिकता पूर्ण करने में लगी है। अली ने बताया कि वार्डपंचों से पहले जिला परिषद सदस्य व पंचायत समिति सदस्य आते है। इन दोनों को कार्यक्रम से परे रखना सरकार की संकुचित मानसिकता को दिखाता है। अली ने राज्य के सभी जिला परिषद सदस्यों व पंचायत समिति सदस्यों से आह्वान किया है कि सरकार के इस औपचारिक कार्यक्रम का पूरजोर विरोध कर चयन प्रक्रिया में सभी जिलों से जिला परिषद सदस्यों व पंचायत समिति सदस्यों का चयन करें। तभी कार्यक्रम की वास्तविकता को बल मिलेगा।

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