अन्जुमन मोहिब्बाने अहलैबेत कि और से हज़रत आयशा सिद्दीका (रदि.) व जंगे बदर के शहीदों को खिराजे अकिदत पेश
अजमेर 23 जून (वि.)पैगम्बर-ए-इस्लाम हज़रत मोहम्मद मुस्तुफा सल्लाहो अलैह वसल्लम की शरीके हयात (धर्मपत्नि) उम्मूल मोमेनीन हज़रत आयशा सिद्दीका (रदि.) का यौमे वफात व जंगे बद्र का बयान अंजमुन मोहिब्बाने अहलेबेत की ओर से 23 जून, गुरूवार 17 रमजानुल मुबारक को शेखा मौहल्ला स्थित संजरी मस्जिद में बाद नमाज़-ए-अस्र निहायत अदबो अहतराम से मनाया गया। जश्न का आगाज़ हस्बे रिवायत तिलावते कलामे इलाही से हाफिज़ कारी जाहिद हुसैन ने किया। हाफिज सज्जाद, शहादत हुसैन, तनवीर आलम, कमरूज्ज़मा ने नात व मनकबत के नज़राने पेश किये।
हाफिज कारी मेहमूद अहमद ने उम्मूल मोमेनीन, हज़रत आयशा सिद्दीका (रदि.) की सिरते पाक व जंगे बद्र पर खिताब फरमाया। सलातो सलाम पेश किया गया। कार्यक्रम के अंत में फातहा के बाद में मुल्क में अमन चैन व आपसी भाईचारे व अच्छी बारीश के लिये विशेष दुआ की गई। कार्यक्रम में भाग लेने वालों का संस्था के अध्यक्ष मौहम्मद अहसान मिर्जा ने इस्तकबाल किया। कार्यक्रम में रियाज़ मिर्जा, सैय्यद गोहर चिश्ती, सैय्यद लियाकत अली, सैय्यद मोहिउद्दीन चिश्ती, सैय्यद फरहाज़ चिश्ती सहित संस्था के अनेक सदस्य व गणमान्य नागरिक मौजूद थे। संस्था के अध्यक्ष अहसान मिर्जा ने यह जानकारी दी।