आज दिनांक 25.07.2016 को समीर भटनागर ने बताया कि गुजरात के उना जिले में चार दलित युवको के साथ कथित गौ रक्षों के अमानुषिक क्रूरतम जाति उत्पीडन की जघन्य घटना से यह साबित होता है कि गुजरात में दलित सुरक्षित नहीं है। कथित सवर्णो द्वारा दमन शोषण उत्पीडन के षिकार दलित गुलाम जैसी स्थिति में जीने को मजदूर किए जा रहे है। जातिगत घृणा, तिरस्कार, छुआछुत के कारण हो रही जघन्य अत्याचार, दलित स्त्री पर बलात्कार की अनगिनत घटनाओं को राज्य तन्त्र के दबाव में पुलिस भी अनदेखी करती है। पिछले पन्द्रह वर्षो में गुजरात में दलितो पर हुए अत्याचारो की संख्या खुद इसकी गवाह है। आधुनिकता और विकास के मॉडल का चेहरा ओढे गुजरात का इतिहास मानवीय क्रुरता का कत्लगाह बना दिया गया था।
जिलाध्यक्ष समीर भटनागर ने बताया किया कि नरेन्द्र मोदी बाहर घुम रहे है लेकिन उनको पता नहीं गुजरात में दलितो का क्या हाल है। दलितो की तो सिर्फ वोटो के समय जरूरत पड़ती है। भाजपा सरकार इतने बड़े मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए है। इसी के चलते आज नेषनल कांग्रेस बिग्रेड के द्वारा कलेक्ट्रेट चौराहे पर विरोध प्रदर्षन कर हमले की निन्दा की गई।
भवदीय
(समीर भटनागर)