अजमेर 04 अक्टूबर। गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक (लिंग चयन प्रतिषेध) अधिनियम 1994 के तहत गठित उपखण्ड स्तरीय सलाहकार समिति की बैठक कल 5 अक्टूबर को प्रातः 11 बजे संयुक्त निदेशक चिकित्सा एवं स्वास्थ्य कार्यालय में आयोजित की जाएगी।
जिला स्तरीय खनन फाउंडेशन की बैठक सम्पन्न
खनन प्रभावित क्षेत्रा में विककासात्मक कार्याे के लिए मिले प्रस्ताव
अजमेर, 04 अक्टूबर। अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री किशोर कुमार की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला स्तरीय खनन फाउंडेशन की प्रबंधन समिति की बैठक सम्पन्न हुई। इसमें जिले के खनन प्रभावित क्षेत्रों में विकासात्मक एवं कल्याणकारी कार्य करवाने के लिए प्रस्ताव विभिन्न विभागों के माध्यम से प्राप्त हुए।
श्री किशोर कुमार ने कहा कि प्रधानमंत्राी खनिज क्षेत्रा कल्याण योजना (पीएमकेकेकेेवाई) की प्रगति की समीक्षा प्रतिमाह की जाएगी। इस योजना के माध्यम से खनन प्रभावित क्षेत्रों में जन हितेषी कार्य करवाए जाएंगे। जिला खनन फाउंडेशन ट्रस्ट के नियमानुसार जिले के खनन प्रभावित क्षेत्रों एवं खनन प्रभावित व्यक्तियों के कल्याण के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं के अलावा पीएमकेकेकेवाई की योजनाओं को भी सम्मिलित किया गया है। इस फण्ड का कम से कम 60 प्रतिशत भाग उच्च प्राथमिकता के कार्यों पीने का पानी, पर्यावरण एवं प्रदूषण नियंत्राण, स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, महिला एवं बाल कल्याण, वृद्धजन एवं निशक्तजन कल्याण, कौशल विकास तथा सफाई व्यवस्था पर खर्च किया जाएगा। फाउंडेशन के प्रावधानों के अनुसार आधारभूत सुविधाओं के विकास, सिंचाई, ऊर्जा तथा वाॅटर शैड आदि सुविधाओं के लिए 40 प्रतिशत राशि व्यय की जा सकेगी।
बैठक में जिले के विभिन्न विभागों द्वारा खनन प्रभावित क्षेत्रा के विकास के लिए प्रस्ताव तैयार किए गए। इन प्रस्तावों पर विस्तार पूर्वक चर्चा की गई। विभागों से प्राप्त प्रस्तावों का चयन प्रबंधकीय समिति द्वारा किया गया। चयनित प्रस्तावों को गवर्निंग काउंसिल की बैठक में अनुमोदन के लिए रखा जाएगा। खनन गतिविधियों के माध्यम से सरकार को प्राप्त होने वाली रोयल्टी का 10 प्रतिशत भाग खनन प्रभावित क्षेत्रा में फाउंडेशन के माध्यम से व्यय करने का प्रावधान है।
खनि अभियंता हरीश गोयल ने बैठक में अवगत कराया कि इस वित्तीय वर्ष में अजमेर जिले के खनन फाउंडेशन को राॅयल्टी के 10 प्रतिशत भाग से लगभग 30 करोड़ की राशि प्राप्त होने का अनुमान है। इसमे से एक करोड़ की राशि सरकार द्वारा उपलब्ध करवायी जा चुकी है।
इन गांवों में होंगे विकास कार्य
अजमेर जिले के खनन प्रभावी क्षेत्रों का चयन किया गया है। इन क्षेत्रों में आने वाले गांवों में विकासात्मक तथा जन कल्याणकारी कार्य फाउंडेशन के माध्यम से करवाए जाएंगे। अजमेर तहसील में पालरा, नसीराबाद तहसील में हरड़ी गंगापुर, रामसर, बाघसूरी, रसूलपुरा, बुबानिया, बेवंजा, सनोद, ढाल, राजगढ़, पीसांगन तहसील में लीडी, मकरेड़ा, रूपनगढ़ तहसील में पनेर-खाजपुरा, ब्यावर तहसील में भांबीपुरा, खानपुरा, देवाता, बाड़िया नंगा, जैतगढ़ बामनिया, सुरडिया, कानाखेड़ा, सागरवास, रायताखेड़ा, थूनीकाथाक, किशनुपरा, कलात खेड़ा, कुण्डाल, निमड़ी खेड़ा, बिजयनगर तहसील में रतनपुरा, रूपाहैली कलां, जालिया द्वितीय, मसूदा तहसील में नयागांव, देवीपुरा, डांडिया, उत्तमी, काशीपुरा, सारणिया, भिनाय तहसील में रामालिया, जौताया, चांदमा, कुशालपुरा, सांवर तहसील में सांवर, गणेशपुरा, गोविंदपुरा, राजपुरा तथा सरवाड़ तहसील में बोराड़ा, मनोहरपुरा एवं सदापुरा को खनन प्रभावी क्षेत्रा में शामिल किया गया है। इन क्षेत्रों में विकासात्मक एवं कल्याण्कारी कार्य करवाने के लिए विभिन्न विभागों को फाउंडेशन के द्वारा बजट उपलब्ध करवाया जाएगा।
इस अवसर पर ब्यावर के खनि अभियंता गोपाल बच्छ, सांवर के सहायक खनि. अभियंता सुरेश शर्मा, कोषाधिकारी सूरज प्रकाश मोंगा, सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।