अजमेर 04 अक्टूबर। पशु पालन विभाग के प्रमुख शासन सचिव कुंजीलाल मीना ने शास्त्राी नगर स्थित पशुपालन विभाग के जिला कार्यालय में विभाग के नोडल अधिकारियों की बैठक ली। जिले में संचालित विभागीय योजनाओं की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति की समीक्षा करके आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए।
श्री मीणा ने मुख्यमंत्राी द्वारा की गई बजट घोषणाओं की क्रियान्विती सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि जिले की 40 पशु चिकित्सा संस्थाओं को भवन मरम्मत तथा रंगरोगन के लिए आवंटित बजट का उपयोग 30 अक्टूबर तक करके राज्य सरकार को सूचित किया जाए। इसी प्रकार भामाशाह पशु बीमा योजना के समीक्षा करते हुए जिले को आवंटित 550 लक्ष्यों को पूर्ण करेन के लिए संबंधित बीमा कम्पनी के अधिकारियों से बात करने के निर्देश प्रदान किए। बीमा कम्पनी तथा पशुपालन विभाग आपसी समन्वय के साथ आगामी 10 अक्टूबर से 17 अक्टूबर तक विशेष अभियान चलाकर भामाशाह पशु बीमा योजना के माध्यम से पशु पालकों को लाभान्वित करेंगे।
उन्होंने केटल शेड निर्माण योजना की समीक्षा की। इस दौरान जिला परिषद् के मुख्य कार्यकारी अधिकारी कमल राम मीना ने बताया कि जिले को आवंटित 3384 के लक्ष्य के विपरित 2033 केटल शेड की स्वीकृती जारी कर की गई है। इनमे से 854 केटल शेड का निर्माण महात्मा गांधी नरेगा के माध्यम से किया जा रहा है।
उन्होंने जिले में प्रगतिशील पशु पालकों को चिन्हित कर उन्हें लाभान्वित करने की योजना के तहत् प्रत्येक 1130 गांवों में 18 -18 प्रगतिशील पशु पालकों का चयन कर डाटाबेस बनाने के निर्देश दिये गये थे। इनमें से 771 ग्रामों में चिन्हीकरण के कार्य की समीक्षा की गई तथा शेष ग्रामों में शीघ्र चिन्हिकरण के निर्देश प्रदान किए गए।
उन्होंने गांधी जयन्ती के अवसर पर 02 अक्टूबर को जिले की 14 गौशालाओं में 500 कृत्रिम गर्भाधान के लक्ष्य के विपरित 494 की उपलब्धि पर सराहना की। आगामी 09, 10 व 11 नवम्बर को जयपुर में आयोजित होने वाले ग्लोबल राजस्थान एग्रोटेक मीट (ग्राम) में अधिक से अधिक पशु पालकों को भाग लेने के लिए मनोनीत करने हेतु निर्देश दिये। एफ.एम.डी.-सी.पी. कार्यक्रम के तहत् जिले को आवंटित 544000 लक्ष्य के विपरित 335204 प्राप्ति पर संतोष व्यक्त करते हुए कार्य को शीघ्र सम्पादित करने के निर्देश दिये। अजमेर जिले में स्थित पषु पालन विभाग की चिकित्सा संस्थाओं में कार्यरत पशु चिकित्सक एवं पशु चिकित्सा सहायकों को दुग्ध उत्पादक सहकारी समितियों से जोड़ने हेतु आगामी कार्य योजना पर भी निर्देश दिये।
श्री मीना ने रामसर फार्म का भी निरीक्षण किया तथा गीर पशुओं का अवलोकन किया तथा पशु चिकित्सालय सनोद का भी निरीक्षण किया। विभाग के अधिकारियों को 100 बकरियों का प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश दिये।
पशु पालन विभाग के संयुक्त निदेशक डाॅ. श्याम सुन्दर चन्दावत ने अवगत कराया कि मुख्यमंत्राी निःशुल्क दवा योजना के नये टेन्डर होने से अति-आवश्यक औषधियां शीघ्र ही संस्थाओं तक पहुँचा दी जायेगी।
इस अवसर पर पशु पालन विभाग के अधिकारी, चिकित्सक एवं प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित थे।