अजमेर। जिला कलक्टर वैभव गालरिया ने जिले के दो प्राथमिक चिकित्सा केन्द्र के प्रभारी चिकित्सकों के मुख्यालय पर नही रहने तथा महिलाओं के प्रसव नहीं कराने के लिए उनके विरूद्घ कार्यवाही करने के निर्देश मुख्य चिकित्सा अधिकारी को दिये हैं।
गालरिया ने आज प्रात: कलक्ट्रेट के समिति कक्ष में आयोजित जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक में स्वास्थ्य सेवाओं के बारे में समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बुधवाडा व करनोस के चिकित्सा प्रभारी नेहा अग्रवाल व एच.के. शर्मा के विरूद्घ विभागीय कार्यवाही करने को कहा जो चिकित्सा सेवाओं के प्रति लापरवाही बरत रहे हं।
गालरिया ने राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन के तहत जिले के विभिन्न चिकित्सालयों में कराये जाने वाले निर्माण कार्यों को समयबद्घ कार्यक्रम के रूप में पूरा कराने के निर्देश मिशन के अधिशासी अभियंता को दिये। उन्होंने सभी चिकित्सकों से उनके क्षेत्र में उत्तम चिकित्सा सेवाएं आम लोगों को उपलब्ध कराने को कहा। उन्होंने जिले में चल रहे Óक्षय रोग निवारण कार्यक्रम की भी समीक्षा की व ग्रामीण क्षेत्र के चिकित्सकों से अनुरोध किया कि वे ऐसे रोगियों को जिला स्तर पर भेजें जिससे उन्हे रोग से छुटकारा मिल सके।
जिला कलक्टर ने कन्या भ्रूण हत्या को सबसे शर्मनाक बताते हुए गर्भवती महिलाओं के सोनोग्राफी कराने पर अपना आई.डी.प्रुफ भी देने को कहा। सोनोग्राफी करने वाले चिकित्सक बिना आई.डी.प्रुफ के गर्भवती महिला की सोनोग्राफी नहीं करेंगे।
समिति के सदस्य जगदीश वच्छानी ने सुझाव दिया कि सभी चिकित्सालयों व क्लिनिक के काउन्टर पर यह सूचना चस्पा करें कि बिना आई.डी. प्रुफ के यहां गर्भवती महिला की सोनोग्राफी नहीं होगी।
बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी.आर.मीना,श्रीमती शगुफता खान सहित विभिन्न ब्लाक सी.एम.एच.ओ. व चिकित्सा प्रभारी मौजूद थे। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डा. लक्ष्मण हरचन्दानी ने चिकित्सा सेवाओं का प्रजेन्टेशन दिया।