अजमेर। राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष श्री दिनेश खोडनिया ने अधिकारियों तथा मेला विकास समिति को निर्देश दिए है कि वे अपने क्षेत्र में मेला स्थलों का चयन कर मास्टर प्लान तैयार करवायें। राज्य सरकार इसके आधार पर मेलों में बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध कराएगी। शहीदों को सम्मान देने के लिए हर वर्ष जिला स्तरीय मेला विकास समिति उनके स्थल पर जाकर पुष्पांजलि अर्पित करेगी।
राजस्थान राज्य मेला प्राधिकरण के उपाध्यक्ष ने शुक्रवार को संभागीय आयुक्त कार्यालय में अधिकारियों एवं मेला विकास समिति की बैठक ली। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार राजस्थान के सभी प्रमुख मेलों की जानकारी एकत्र कर ब्रोशर तैयार करवा रही है। इसे अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर प्रचारित किया जाएगा ताकि पूरी दुनिया राजस्थान के लोक रंग देख सके तथा पर्यटन को प्रोत्साहन मिले। श्री खोडनिया ने बताया कि जिलों से प्राप्त मास्टर प्लान के आधार पर मेला क्षेत्र में सड़क, पानी, बिजली, कंट्रोल रूम भवन, सुरक्षा बलों के लिए बैरक, विश्रांति गृह, एवं अन्य सुविधाऐं उपलब्ध करायी जाएंगी। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि यह सुविधाऐं सिर्फ उन्हीं मेलों में दी जाएगी जो पंजीकृत है। इसलिए ज्यादा से ज्यादा मेलों को पंजीकृत कराने के लिए आयोजकों को प्रेरित करें।
अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री जेड.बी. मिर्जा ने बताया कि अजमेर जिले में छोटे-बड़े 90 मेले भरते हैं। जबकि इनमें से चंद ही पंजीकृत है। शेष को पंजीकृत कराने के लिए प्रयास किए जा रहे हैं। बैठक में सूचना एवं जन संपर्क विभाग के उपनिदेशक श्री प्यारे मोहन त्रिपाठी ने पुष्कर मेले में पुशपालकों के लिए विश्राम स्थली निर्माण की आवश्यकता बताई ताकि पशुपालक लम्बे समय तक मेले में ठहर सके। उन्होंने कहा कि पुष्कर में 500 से ज्यादा मंदिर एवं धर्मशालाएं हैं। पशुपालकों को सुविधाएं मिलेगी तो उन्हें देखने के लिए पर्यटक भी ज्यादा संख्या में आएंगे। पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. रोशन देव ने भी सुझाव दिए। जिला अग्निशमन अधिकारी श्री हबीब खान ने दरगाह मेला क्षेत्र में फायर सेफ्टी सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत बतायी। बैठक में नगर निगम आयुक्त श्री बजरंग सिंह चौहान, सहायक जिला कलक्टर श्रीमती अनिता चौधरी सहित पर्यटन व पशुपालन विभाग के अधिकारी भी उपस्थित थे।