अजमेर। विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्वधुमन्तु जातियों को समाज की मुख्यधारा में लाना हमारी प्राथमिकता होनी चाहिए। इन जातियों को सरकार की योजनाओं के तहत निशुल्क जमीन एवं आवास आवंटित कर बसाना होगा। इसी क्रम में अजमेर के कोटडा में बागरिया बस्ती में वर्षो से निवास कर रहे लोग भी वहां से बेदखल नही होंगे, बल्कि इन लोगों की जमीनों का नियमन कर आवास की सुरक्षा प्रदान की जाएगी। राज्य विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री गोपाल केसावत ने संभागीय आयुक्त कार्यालय सभागार में संभाग स्तर की समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को संबोधित करते हुए उक्त बात कही। उन्होंने बताया कि सांसी, कंजर, नट, भाट, बंजारा, गाडिया लोहार, मोगिया, कालबेलिया एवं अन्य विमुक्त घुमन्तु जातियां आजादी के बाद से ही उपेक्षा का शिकार रही है, जिसके चलते ये लोग काफी पिछड गए है। समाज की मुख्यधारा में इन जातियों को लाने के लिए सामाजिक, राजनीतिक, प्रशासनिक एवं स्वयंसेवी स्तर पर सम्मिलित प्रयासों की आवश्यकता है।
श्री केसावत ने बैठक के दौरान भीलवाडा, नागौर, टोंक एवं अजमेर के अधिकारियों से विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु जातियों के सर्वे की रिपोर्ट लेकर समीक्षा की। इसके अलावा नवजीवन योजना, देवनारायण योजना के तहत विभागों द्वारा किए गए कार्यो का ब्यौरा लेते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश प्रदान किए। उन्होंने विभिन्न जिलों में विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु जाति के लोगों का सर्वे करवाकर सूचीबद्व करने के निर्देश दिए, साथ ही मोगिया, सिकलीघर, जैसी जातियों के लोगों का भी सर्वे कर उन्हें राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए जागरूक करने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया। उन्होंने बताया कि इन जातियों के बहुसंख्यक लोग आज भी अपने अधिकारों के प्रति जागरूक नहीं है, जिसके चलते इनके पास ना तो राशनकार्ड, आधार कार्ड एवं अन्य प्रपत्र है। जिसके अभाव में ये लोग विभिन्न योजनाओं का लाभ लेने से वंचित रह जाते है।
भीलवाडा की तर्ज पर कार्य हो:
श्री केसावत ने भीलवाडा नगर सुधार न्यास के ओएसडी श्री शैलेंद्र सुराणा द्वारा न्यास द्वारा विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु जातियों को 1030 पट्टों के आवंटन करने की सराहना करते हुए कहा की भीलवाडा की तर्ज पर अन्य जिलों में भी इन जातियों को पट्टे दिए जाने चाहिए। सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग भीलवाडा के उपनिदेशक श्री शरद शर्मा ने बताया कि इन जातियों के उत्थान के लिए नवजीवन योजना के तहत सामुदायिक भवन का निर्माण, टंकी का निर्माण के आधारभूत कार्यो के साथ ही स्वरोजगार के लिए 313 लोगों को प्रशिक्षण देकर भी लाभान्वित किया गया है।
बैठक में सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की उपनिदेशक श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड ने बताया कि विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु जातियों का सर्वे करवारक अजमेर जिले में 1848 परिवारों को चिन्ह्ति किया गया हैं। गाडिया लोहार परिवारों को 83 पट्टे दिए है, बांदनवाडा में पहले ही पट्टे दिए जा चुके है। उपनिदेशक माध्यमिक शिक्षा श्रीमती मंजू दाधीच तथा उपनिदेशक प्रारंभिक शिक्षा श्री गोविंद राम खोखर ने बताया कि विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु जातियों के छात्र-छात्राओं को विभाग द्वारा छात्रवृत्ति प्रदान की जा रही है। देवनारायण योजना के तहत गाडिया लोहार एवं रेबारी परिवारों के 27 छात्रवृत्ति आवेदन अजमेर एवं 28 आवेदन भीलवाडा से प्राप्त हुए है। इन जातियों के नाम से विभाग को अलग से बजट का आवंटन नहीं हो रहा है।
टोंक तथा नागौर में फोकस की आवश्यकता:
इस अवसर पर टोंक, तथा नागौर से आए अधिकारियों ने इन जातियों के लिए किए गए कार्यो की सर्वे तथा नवजीवन योजना समेत विभिन्न योजनाओं के कार्यो की रिपोर्ट प्रस्तुत की। जिस पर राज्य विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री गोपाल केसावत ने असंतुष्टि जाहिर करते हुए इन क्षेत्रों में कार्य की प्रगति पर फोकस रखते हुए बेहतर परिणामों की आशा जताते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देशित किया।
बैठक में अतिरिक्त जिला कलक्टर श्री अजयकुमार शुक्ला, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री सी आर मीना, अजमेर विकास प्राधिकरण के ओएसडी श्री के त्रिवेदी समेत नागौर, टोंक तथा भीलवाडा से आए अधिकारीगण मौजूद थे।
सर्किट हाउस में जनसुनवाई की
राज्य विमुक्त, घुमन्तु एवं अद्र्व घुमन्तु कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष श्री गोपाल केसावत ने दोपहर बाद सर्किट हाउस में लोगों के विभिन्न परिवादों की जनसुनवाई कर उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए संबंधित विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया।
जनसुनवाई में कोटडा निवासी करतार सिंह बंजारा ने मकान के नियमन हेतु, केकडी निवासी चंद्रकांता व अन्य ने निशुल्क भूखंड आवंटन हेतु आवेदन पत्र दिया, अजमेर के हरीराम भाट व अन्य ने वैशाली नगर पंचशील नगर झलकारी बाई के पीछे स्थित श्मशान भूमि की चारदीवारी बनाने की मांग की, बागरिया बस्ती निवासी सुल्तान बंजारा ने डिमांड नोटिस तथा नियमन की मांग का परिवाद प्रस्तुत किया, पुष्कर निवासी मदनलाल भोगावत ने पुष्कर में सांसी समाज की धर्मशाला के निर्माण के लिए 5 बीघा जमीन की मांग की, लुहारबस्ती रावण की बगीची मसूदा की नाडी निवासी बुद्वराम ने बस्ती से देशी शराब की दुकान हटाने की मांग की एवं श्रीनगर निवासी सत्यनारायण घासी ने बीपीएल कार्ड एवं रोजगार की मांग का परिवाद प्रस्तुत किया।
श्री केसावत ने उक्त सभी प्रकरणों को संवेदनशीलता के साथ सुनकर संबंधित अधिकारियों से बात की तथा अन्य मामलों को संबंधित विभागों को भेजकर निर्देशित किया। इस अवसर पर सामाजिक न्याय एवं आधिकारिता विभाग की उपनिदेशक श्रीमती विजयलक्ष्मी गौड भी उपस्थित थी।