अजमेर / संतो के आश्रम में आकर हम कुछ पल परमात्मा की भक्ति करके अपने जीवन को मंगलमयी बनाते हैं और धरती पर ऐसे महान संतो के आर्शीवाद से ही हम धन्य हो जाते हैं । हमारे सारे दुःखों का निवारण हो जाता है और सनातन संस्कृति की प्रेरणा से परिवारों में संस्कार आते हैं । ऐसे आर्शीवचन श्री महंत बाबा मनोहरदास जी के 79वें प्राकट्य महोत्सव पर ईश्वर मनोहर उदासीन आश्रम में देश भर से पधारे महापुरूषों ने धर्मसभा मे कहे ।
आर्शीवचन में हरिशेवा धाम के श्रीमहन्त हंसराम उदासीन, महंत स्वामी स्वरूपदास, अखिल भारतीय सिन्धी साधू समाज के स्वामी श्यामदास, गांधीधाम से स्वामी दर्शनदास, भावनगर के बाबा नन्दलाल फकीर सहित अजमेर के स्वामी रामदास, स्वामी ईसरदास, संत आत्मदास, भाई फतनदास सहित अनेक संतो ने प्रकट किये ।
इससे नितनेम, धर्म घ्वजा झण्डा साहिब, पाठ साहिब का भोग एवं आम भण्डारा के साथ पल्लव से महोत्सव का समापन किया गया ।
समारोह में विधायक अनिता भदेल, पार्षद खेमचन्द नारवाणी रश्मि हिंगोराणी स्वामी समूह के चेयरमेन कंवलप्रकाश किशनाणी, भारतीय सिन्धु सभा के प्रदेश मंत्री महेन्द्र कुमार तीर्थाणी, अजयनगर सिन्धी समाज के अध्यक्ष भगवान कलवाणी, श्ंाकर सबनाणी, लखमीचन्द किशनाणी, घनश्याम आडवाणी, राजेन्द्र मनसुखाणी, मोहन कल्याणी, कन्हैयालाल खानचंदाणी, नरेन्द्र टेकचंदाणी सहित कई कार्यकर्ताओं ने अपनी सेवाऐं दी ।