राजनैतिक दलों,नेताओं और उनके समर्थकों की उडी नींद
543 सीटों के लिये 81.4 करोड मतदाता करेंगे मताधिकार का प्रयोग
9 चरणों में होंगे लोस चुनावों के साथ तीन राज्यों में होंगे विस चुनाव
-डा.लक्ष्मीनारायण वैष्णव- भोपाल / देश में आगामी माह में होने वाले लोकसभा के आम चुनाव की घोषणा करते हुये भारत के निर्वाचन आयोग ने चुनावी बिगुल फूंक दिया है। शांतिपूर्ण तरीके के साथ ही निष्पक्ष चुनाव सम्पन्न हो सकें इसके लिये जहां एक ओर निर्वाचन आयोग कटिबद्ध दिखलायी देता है तो वहीं राजनैतिक दल भी फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं। विदित हो कि विपक्ष जहां सत्ता पर काबिज होने के लिये प्रयासरत है तो वहीं पिछले 10 बर्षों से सत्ता के सिंहासन पर बैठे दल इसे खोना नहीं चाहते। बात करें चुनाव आयोग की तो उसने तरीखों का ऐलान कर दिया है जिसके तहत देश में 9 चरणों में चुनाव होंगे। महत्वपूर्ण बात यह है कि देश की 543 सीटों के साथ ही 3 राज्यों के विधानसभा चुनाव भी सम्पन्न कराये जायेंगे। दिल्ली में हुई चुनाव आयोग की प्रेस कॉन्फ्रेंस में मुख्य चुनाव आयुक्त वी एस संपत ने तारीखों और तैयारियों की जानकारी दी थी श्री संपत के अनुसार लोकसभा चुनाव के साथ तीन राज्यों आंध्र प्रदेश, ओडिशा और सिक्किम में विधानसभा चुनाव भी होंगे। मतदाता अपने अधिकार का प्रयोग निर्भीकता और बिना प्रलोभन के कर सके जहां इसका ध्यान रखा जा रहा है तो वहीं चुनाव के दौरान होने वाले खर्चों पर नियंत्रण एवं पारदर्शिता हो सके इसके भी प्रयास किये जा रहे हैं।

इसी क्रम में निष्पक्ष मतदान सम्पन्न कराने के साथ ही विभिन्न राजनैतिक दलों के नेताओं के द्वारा चुनाव के दौरान किये जाने वाले धन के साथ काले धन भी नजर रखने की तैयारी की गयी है। सूत्रों की माने तो चुनाव में काले धन के इस्तेमाल पर रोक लगाने तथा निर्वाचन व्यय पर निगरानी के लिए भारत निर्वाचन आयोग ने कड़े निर्देश जारी पूर्व में कर दिये गये हैं। चुनाव के दौरान अधिकांश राजनैतिक दलों के नेताओं एवं स्टार प्रचारकों के द्वारा उडन खटोलों का प्रयोग किया जाता है । जिसमें काफी व्यय भी होता है चुनाव आयोग ने इस दौरान हेलीकॉप्टर एवं चार्टर्ड प्लेन की सख्ती से जांच करवाने के भी निर्देश दिये गये हैं। देश में अनेक जगहों पर इनकी निगरानी के लिये स्थान तय किये गये हैं। प्रदेश में भी जानकारी के अनुसार राज्य की राजधानी भोपाल, इंदौर एवं जबलपुर के हवाई अड्डे पर इनकम टेक्स द्वारा एक एयर इंटेलीजेंस यूनिट स्थापित की योजना पर काम पूर्व में ही शुरू कर दिया गया था। निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान चुनाव आयोग ने वाणिज्यिक हवाई अड्डों पर निजी विमान, हेलीकॉप्टर में यात्रियों के चढऩे के पूर्व उसकी तलाशी, व्यक्तियों एवं उनके सामान की जांच के संबंध में सख्ती से कार्रवाई के निर्देश दिए गये हैं।
विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार कमर्शियल, चार्टड प्लेन, हेलीकॉप्टर में यात्रियों के सभी सामानों को सिक्यूरिटी चेक एरिया से गुजरना होगा। वाणिज्यिक हवाई अड्डों का एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) चार्टर्ड प्लेन या हेलीकॉप्टर के ट्रेवल प्लॉन के बारे में मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (सीईओ) और जिला निर्वाचन अधिकारी (डीईओ) को आधे घंटे पहले सूचित करेगा। एटीसी चार्टर्ड विमानों या हेलीकॉप्टरों के लैंडिंग एवं उड़ान भरने के समय, यात्री माल-सूची और रूट-प्लॉन आदि का रिकॉर्ड रखेगा। एटीसी संबंधित राज्य के सीईओ और संबंधित जिले के डीईओ को इस सूचना की एक प्रति विमान के उड़ान भरने, लैंड करने की तिथि के बाद 3 दिन के भीतर उपलब्ध करवाएगा, जिसे बाद में व्यय-प्रेक्षक को भेजा जाएगा। वहीं दूसरी ओर यात्रियों के हैंड बैगेज आदि सामान की सीआईएसएफ/पुलिस बिना किसी रियायत के स्क्रीनिंग कराने के निर्देश भी दिये गये हैं। जिन राज्यों में मतदान होना है के लिए या उससे उड़ान भरने वाले विमानों के सामान से 10 लाख रुपए से अधिक या एक किलो या उससे अधिक सोना-चांदी का पता लगने पर सुरक्षा बल उसकी सूचना तत्काल आयकर विभाग को देना होगी। इन्कमटेक्स का अमला आयकर कानून के अनुसार सत्यापन करेगा। अगर इस दौरान अगर किसी प्रकार की शंका होती है और पूछंतांछ के दौरान संतोषजनक स्पष्टीकरण न मिलता है तो उस पर कार्रवाई अधिकारी करेंगे।
24 घंटे पहले देना होगी ट्रेवल प्लान की जानकारी –
चुनाव के दौरान निजी चार्टर प्लेन, हेीकॉप्टर की निगरानी के लिए आयकर विभाग ने भोपाल में एयर इंटेलिजेंस यूनिट की स्थापना की है। इसके साथ ही खजुराहो, ग्वायिर, उज्जैन, सतना और रीवा में नगद या अन्य सामग्र्री की निगरानी के एि सब नोड ऑफिसर भी तैनात किये गये हैं। प्राप्त जानकारी के अनुसार अब अभ्यर्थी या राजनीतिक दल द्वारा संबंधित डीईओ को टे्रवल प्लान, जिस जिले में स्थान पर लैंड करना है तथा यात्रियों के नाम क्या है उल्लेख करते हुए 24 घंटे पहिले सूचना देनी होगी। विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार आवेदन मिलने पर डीईओ उसी दिन अनुमति देंगे। वहीं दूसरी ओर अभ्यर्थी अपने निर्वाचन क्षेत्र में विमान, हेलीकॉप्टर लैंड करने के पांच दिन के अंदर ही संबंधित कंपनी को दिया गया किराया भुगतान, यात्रियों एवं राजनीतिक दल के नाम की सम्पूर्ण जानकारी से अवगत करायेंगें।
कब कहां होगा मतदान-
प्राप्त जानकारी के अनुसार आंध्र प्रदेश: 30 अप्रैल, 7 मई अरुणाचल प्रदेश 9 अप्रैल असम:12, 17 और 24 अप्रैल बिहार 10, 17, 24, 30 अप्रैल, मई 7 और 12 मई छत्तीसगढ़: 10, 17 और 24 अप्रैल गोवा: 17 अप्रैल गुजरात: 30 अप्रैल हरियाणा: 10 अप्रैल हिमाचल प्रदेश: 7 मई जम्मू-कश्मीर: 10, 17, 24, 30 अप्रैल और 7 मई झारखंड: 10, 17 और 24 अप्रैल कर्नाटक: 17 अप्रैल केरल: 10 अप्रैल मध्य प्रदेश: 10, 17 और 24 अप्रैल महाराष्ट्र 10, 17 और 24 अप्रैल मणिपुर: 9 और 17 अप्रैलमेघालय: 9 अप्रैल मिजोरम:9 अप्रैलनागालैंड: 9 अप्रैलओडिशा: 10 और17 अप्रैल पंजाब: 30 अप्रैल राजस्थान: 17, 24 अप्रैल सिक्किम: 12 अप्रैल तमिलनाडु: 24 अप्रैल त्रिपुरा: 7 और 12 अप्रैल उत्तर प्रदेश: 10, 17, 24, 30 अप्रैल 7 और 12 मई उत्तराखंड: 7 मई पश्चिम बंगाल: 17, 24, 30 अप्रैल और 7, 12 मई अंडमान और निकोबार: 10 अप्रैल चंडीगढ़: 12 अप्रैल दादर और नगर हवेली: 12 अप्रैल दमन और दीव 30 अप्रैल लक्षद्वीप 10 अप्रैल पांडेचेरी: 24 अप्रैल को मतदान होगा।
81.4 करोड़ मतदाता-
भारत देश में होने वाले लोकसभा के आमचुनाव के दौरान 81 करोड़ 40 लाख मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। प्राप्त जानकारी के अनुसार गत चुनाव के बाद पौने 10 करोड़ नए मतदाता बने हैं। वहीं लोकसभा उम्मीदवार के चुनाव खर्च की सीमा बढ़कर 70 लाख रुपये कर दी गयी है। ज्ञात हो कि 2011 में चुनाव खर्च की सीमा 40 लाख रुपये ही थी। वहीं 2009 में चुनाव खर्च की सीमा 25 लाख रुपये थी। विदित हो कि 2009 के लोकसभा चुनाव 16 अप्रैल से 13 मई के बीच हुए थे। पिछले लोकसभा चुनाव पांच चरणों में हुए थे। जबकि यह प्रथम अवसर है जब चरणों की संख्या 7 की गयी है । वर्तमान लोकसभा की मियाद 31 मई को खत्म हो रही है।