
बुन्देलखण्ड के कर्मयोगी, कलम के पुजारी, मानवता के धनी, सामाजिक समरसता के प्रतीक, गणेषषंकर विद्यार्थी प्रेस क्लब मध्य प्रदेष संगठन के संस्थापक ,प्रान्तीय अध्यक्ष संतोष कुमार गंगेले के जन्म दिवस पर हार्दिक षुभकामनाऐं व बधाई ।
बचपन से ही हमने जीवन को संघंर्षमय बनाया है ।
गर्म लोहा की तहर पीटा हमे, सोने की तरह चमकदार बनाया है ।।
मृत्यू लोक में जो आया है, जायेगा, राजा रंक फकीर ।
कर्म के व्दारा भाग्य बदला, बदल दी घर-परिवार, समाज व क्षेत्र की तकदीर ।।
हम अपनी अहमियत को स्वयं जान नही सके, आप क्या हमारी पहचान कर पाओगे ।
झूठ, अहंकार,अनीति को क्यों अपनाते जीवन में , न लेकर कुछ आये हो, न लेकर कुछ जाओगे ।।
मीठे वोल वोलिए , क्योकि अल्फाजों में जान होती है ।
इन्ही से आरती, इन्ही से अरदार और इन्ही से अजान होती है ।
षव्द समुंदर के वह मोती है, जिनसे इंसान की पहचान होती है ।
षव्दो से चरित्र,षव्दो से ही अपने अपने मॉ -बाप की पहचान होती है ।
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जिन्दगी जीना आसान नही होता । बिना संघर्ष कोई महान नही होता ।
जब तक न पड़े हथोड़े की चोट, पत्थर भी भगवान नही होगा ।।