
अपनी कार्य योजना अथवा परियोजनाओं एवं गतिविधियों के बीच संतुलन बनाये रक्खें तभी आपकी सारी मानसिक “मांसपेशियों” तीव्रता से काम करेगी | हर काम के लिये अपनी प्राथमिकता निर्धारित करें | अपनी श्वांस पर फोकस करें | आप अपने आप से बात करें, खुद की समस्या के बारे मे सोचे-मनन करें और उसका हल निकालें, नियमित रूप से नई गतिविधियां में भाग लें। हमेशा कुछ नया करने और नया सीखने को तत्पर रहें, प्रत्येक सप्ताह या प्रत्येक माह एक नई किताब को पढ़ने की आदत बनायें,पहेलियाँ-मैं वर्ग पहेली और कंप्यूटर खेल पहेली करना पसंद है।शतरंज जैसे बौद्धिक गेम खेलना सीखें, अपने आपसे क्या? क्यों और कैसे जैसे प्रश्न करे एवं उनके उत्तर प्राप्त करने के प्रयास भी करें,अपने मस्तिष्क अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए अपने आप को बाध्य करें।
उपरोक्त कार्यों से निसंदेह आप मानसिक रूप से अधिक मजबूत बनेगे और आपकी मेमोरी भी बडेगी |
संक्षेप मेस्मरण शक्ति बढ़ाने के खास सूत्र:
विषय को ध्यान से,इच्छापूर्वक,एकाग्रता से पढ़ें,सुने या देखें।जल्दी सोएंऔर पुरी नींद लेंऔर सुबह4.30बजे तक उठ जाएं।सुबह टहलने जाएं,गहरी सांसें लें,ध्यान,प्राणायाम और व्यायाम करें।
पैर के तलवों और सिर की मालिश करें।नियमित रूप से दैनिक डायरी लिखें | महत्वपूर्ण कागजों की फोटो कॉपी रखे या उनको अपने कम्प्यूटर में सेव करें | नकारात्मक प्रवर्ती वाले लोगों से बचें, उनके साथ नहीं रहें | कम कहें, ज्यादा सुने | अपनी क्षमता के अनुरूप कार्य का निष्पादन करें | सत्साहित्य पढ़ें | स्वच्छता का ध्यान रखेप्रतिदिन स्नान करें।
भोजन में धुली हुई सब्जियां और फल,सलाद के रूप में खाएं। दूध,दलिया,पालक सेव,लौकी,गिलकी तुराई,पत्तागोभी,चीकू,खीरा,ककड़ी,तरबूज आदि का सुविधानुसार सेवन करें।
डा. जे. के. गर्ग
References——–Herbs-Info.com, मनोहर भंडारी,विकिपीडिया, अजान रघुनाथन शानालेबोनित्ज़,योगा पत्रिका, McCleary,ANGELA EPSTEIN,ayurvedic physician Vasant Lal आदि