सुषम बेदी की हिंदी रचना का देवी नागरानी द्वारा सिंधी अनवाद

लेखिका: सुषम बेदी
टूटना

Susham Bedi copyरिश्ते टूटते हैं, व्यक्ति नहीं
पत्ते टूटते हैं, पेड़ नहीं
क्योंकि,
जब व्यक्ति टूटता है
तो पेड़, पत्ता
कुछ भी नहीं रहता
सुषम बेदी
संपर्क: 404 west 116 street apt. 33 New York, NY 10027

सिन्धी अनुवाद : देवी नागरानी
टुटणु

Devi N 1रिश्ता टुटंदा आहिन, माणहू न
पन्न टुटंदा आहिन, वण न
छाकाण जो,
जडहिं माणहू टुटंदों आहे
वण, पन्न
कुछ बि न रहंदा।
पता: 480 W, Surf ST, Elmhurst, IL 60216

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