मोहन थानवी की हिंदी रचना का देवी नागरानी द्वारा सिंधी अनुवाद

moham thanvi 1मूल: मोहन थानवी
खोखली कर दी
संगमरमर के मकां में
दरार ढूंढ कर
बस गई चींटी
चींटी नगर बना
खोखली कर दी
तराशे हुए पत्थरों के तले नींव से भी नीचे
धूप बरसात हवा और तुम्हारी यादों से भीगी जमीं !

श्रीलक्ष्मी विश्वास वाचनालय, 82A, शार्दूल कालोनी बीकानेर, 334001 संस्थापक अध्यक्ष – मोहन थानवी 9460001255

Devi N 1सिन्धी अनुवाद: देवी नागरानी
खोखली करे छड़ी
संगमरमर जे मकान में
डार गोल्हे करे
वसी वई किवली
पाहिंजों नगर वसाए
खोखली करे छडी
तराश्यल पथरन जी तहुन जी पीढ़ खाँ बि हेठ
उस, बरसात हवा ऐं तुहिंजी यादियु साँ पुस्यल ज़मीन !

पता: ९-डी॰ कॉर्नर व्यू सोसाइटी, १५/ ३३ रोड, बांद्रा , मुंबई ४०००५० फ़ोन: 9987938358

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