कहो दिल से कांग्रेस फिर से

डॉ. बाहे
डॉ. बाहे
आज कांग्रेस स्थापना दिवस है।
1885 में स्थापित कांग्रेस का एक लम्बा सफर है,संघर्ष,त्याग,बलिदान का लम्बा इतिहास है।एक ऐसा इतिहास जो देश की आज़ादी की इतिहास है,देश के विकास का इतिहास है।
बलिदान की लम्बी फेहरिश्त–महात्मा गांधी,इंदिरा गांधी,राजीव गांधी,सरदार बेअंत सिंह और इससे पहले तो ज्ञात अज्ञात न जाने कितने शहीदों ने हंसते हंसते आज़ादी की बलिवेदी पर प्राण त्यागे।
आज का भारत इसी कांग्रेस की देन है। PL 480 का गेंहू खाने वाला भारत गेंहू पैदा करने में आत्म निर्भर है,जो माँ पानी में आटा मिला कर (सफेद घोल) दूध कह बच्चे को पिलाती थी उस देश ने श्वेत क्रान्ति कर दूध उपलब्ध कराया किसकी देन अरे भाई कांग्रेस की देन है
जिस देश में सुई नही बनती थी आज मंगल पर यान भेजा,उच्च शिक्षा,चिकित्सा,सभी क्षेत्रो में विकास कांग्रेस का ही इतिहास है।
चाहे समाजवाद को बाध्यकारी करना,बैंको का राष्ट्रीय करण करना,राजाओ का प्रिवीपर्स बन्द करना,डिजिटल इंडिया की नींव रखना,देश में हरित क्रान्ति व श्वेत क्रान्ति कर खाद्यान्न व दूध का उत्पाद बढ़ाना अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत करना से लेकर
भोजन/शिक्षा/काम/सेवा/सुनवाई के अधिकार का क़ानून बना आम आदमी को राहत देने
का नाम है——+
कांग्रेस
कांग्रेस का स्थापना दिवस देश
की आज़ादी व विकास का स्थापना दिवस है। आइये पूरे उत्साह व उमंग से मनाये
और संकल्प ले
देश की एकता,अखण्डता,भाईचारा,
साम्प्रदायिक सद्भाव,धर्म निरपेक्षता व गंगा जमनी संस्कृति को कायम रखने का।
माँ मुस्का र तिलक कर म्हा र
मत ल्या आंसू आँख में
करबा द उत्सर्ग प्राण को
ई भारत माँ की शान में
कहो दिल से
कांग्रेस फिर से
डॉ श्रीगोपाल बाहेती,पूर्व विधायक
पुष्कर

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