sohanpal singhबहुत सुन्दर सा शब्द है ‘पलायन ‘ शायद यह शब्द ‘ पलना ‘ से ही बना ही हो लेकिन पलायन का कष्ट जो झेलता है उसका दर्द केवल भुक्तभोगी को ही हो सकता है ? लेकिन आगामी उतर प्रदेस के विधान सभा चुनाव को सामने रख कर शामली जिले के कैराना कसबे की जो तस्वीर स्थानीय सांसद हुकुम सिंह बयान कर रहे है उनको इस दुष्प्रचार से बाज आना चाहिए हम उनकी निंदा करते है ? यह भ्रामक प्रचार है ? हो सकता है नहीं यह सच है कि जिस प्रकार से फुटबॉल टूर्नामेंट का सीजन आने पर खिलाडी अपने अपने क्लब बदलते है इसी प्रकार दक्षिण पंथी पार्टी की अति सक्रियता और उत्तर प्रदेश के चुनावी माहोल को देखते हुए हिन्दू मुस्लिम आबादी का कंसोलिडेशन हो रहा है या ध्रुवीकरण की प्रक्रिया का एक हिस्सा है क्योंकि लोक सभा चुनाव में जिस प्रकार से कैराना, शामली मुज़फ्फरनगर के हजारों मुस्लिम परिवार अपने घरों को छोड़कर सालो तक केम्पों में रहने को मजबूर हुए थे ! अब वही डर बहुसंख्यको को सत्ता रहा है वे अब मुस्लिम बहुल इलाकों में से एकाकी परिवार असुरक्षा की भावना से अपने घरों को छोड़ रहे हैं ? और यह ऐसा भी नहीं है की यह केवल कैराना क्षेत्र में हो रहा है ऐसा कहना गलत होगा क्योंकि यह बात एक जन प्रतिनिधि हुकुम सिंह स्थानीय सांसद ने कही है इस लिए ज्यादा तूल दिया जा रहा , और z न्यूज़ के राहुल सिन्हा ने जो स्टोरी कही है वह बहुत बढ़ा चढ़ा कर कही है ? मेरा उनसे निवेदन है की वे जमीं पर उतर कर वह दिल्ली से केवल 73 किलोमीटर दूर मेरठ पधारे हम उन्हें आबादी के कंसोलिडेशन को दिखाएंगे भी और लोगों की मजबूरी को दिखाएंगे भी ? मेरठ में जिस एरिया में मुस्लिम आबादी अधिक है वहाँ से हिन्दू अपने मकान दुकान बेच रहे है? कारण जो भी हो इसकी जानकारी शासन को होनी चाहिए ? और Z न्यूज़ जैसे भोपूं मीडिया को भी होनी चाहिए ?