कौवे की सुझ

हेमंत उपाध्याय
पति स्नानागार से चिल्लाया- जल्दी मोटर खोलकर पानी की ओव्हर हेड टंकी नलकूप से भरो , मैने पूरे शरीर को साबुन लगा ली ,पानी खत्म हो गया है। पत्नी भी चिल्ला कर बोली -कुछ नहीं हो सकता। बिजली नहीं है, मोटर नहीं चलेगी। बाहर एक कौवा बोल रहा था। पत्नी ने कहा -“कौव अशुभ होता है । ” कौवे की आवज से पति को ऐसा लगा कि कौवा कह रहा है-” यहां तुम्हारी पढ़ाई काम नहीं अवेगी, मेरी सुझ से काम लो” ? और पति को कौवे की मटके में कंकर डालकर प्यास बुझाने वाली कहानी याद आ गई । उसने कहा – भाग्यवान कौवा ही अभी शुभ संकेत दे रहा है । – तुम छत पर जाकर बेटे की कांच की गोटियोंं वाली थैली में रस्सी बांधकर उसे रस्सी के सहारे टेंक में डाल दो। पत्नी के ऐसा करते ही नल में पानी आ गया और पति स्नान करते करते कौवे को धन्यवाद देता रहा। पुरानी कथाएं भी जीवन मैं उपयोगी हो जाती है ।

हेमंत उपाध्याय 9425086246 9424949839 7999749125 lekhakhemant17@gmail.com

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