हास्य-व्यंग्य
इस बात का पता जब उनकी मातुश्री को लगा तो उन्होंने राजा जनक को बताया. वह बडे चिंतित हुए और उन्होंने तत्काल ही ऐलान कर दिया कि जो कोई इस धनुष को तोडेगा उसी के साथ मैं जानकी का विवाह करूंगा.
समय पर राम-लक्षमण ऋषि विश्वामित्र के साथ स्वयंवर हेतु जनक के दरबार में आए. रावण भी उस स्वयंवर में आया था और धनुष तोडने के प्रयास में उसकी अंगुलियां धनुष के नीचे फंस गई जो बडी मुश्किल से बाहर निकली जैसे पहले वियतनाम और अब अफगानिस्तान में अमेरिका निकला है. यही हाल अब कोरोना में चीन और अमेरिका का होगा.
रामचन्द्रजी ने दरबार में धनुष तोडा जिसका वर्णन गोस्वामी जी ने रामचरितमानस में किया है.
मेरी चिंता यह है कि कोरोना की ही वजह से आजकल घरों में कामवाली बाईयों ने आना बंद किया हुआ है. एक रोज मेरी पोती घर में झाडू-पौछा कर रही थी तो उसी दौरान उसने मेरे द्वारा टांड पर से उतारे हुए हिज मास्टर्स वायस कं के ग्रामोफोन सहित पुराने रिकार्डस को उठाकर दूसरी तरफ रख दिया. यह बात जब घर के लोगों को पता लगी तो मेरे लडके की पहली प्रतिक्रया यही थी कि अब तो जो कोई रिकार्ड तोडेगा उसी से शादी करनी पडेगी. इधर मैं गहरी चिन्ता में पड गया. उन रिकार्डस में सहगल, सुरैया, शमशाद बेगम, नूरजहां, प्रदीपजी, शैलेन्द्र. लता मंगेशकर, आशा भोसले, मो.रफी और तलत महमूद आदि सभी के गानों के रिकार्डस है. यह हमारे देश की सांझी संगीत संस्कृति की थाती है. इनको कोई कैसे तोड सकता है ?
अंत में यही तय हुआ कि जो नवयुवक किसी अच्छे क्षेत्र में रिकार्ड बनायेगा उसी को अवसर दिया जायगा.
शिव शंकर गोयल