कोरोना महामारी को मात देने के लिये चिंता से पाये छुटकारा Part 6

j k garg
हम पर जब विपत्ति आये,कोई समस्या आये,कोई नुकसान हो तो हमें चिंता करने की जगह चिंतन करना चाहिए,चिंता एक तरह से आदमी की ताकत को निचोड़ती है जबकि चिंतन,शक्ति के सही दिशा में उपयोग का रास्ता बता सकता है | रवींद्रनाथ टैगोर ने भी कहा था कि यदि आप खुद को मानसिक और शारीरिक रूप से किसी काम में व्यस्त रखते हैं,तो आपके पास चिंता के लिए फालतू समय नहीं बचेगा।

अपने जीवन में खुशहाली एवम् प्रसन्नता हेतु भागदौड भरी जिंदगी में चिंता छोड़ केवल मुस्करायें, अपनी चाह पर लगाम लगायें, छोटी-मोटी बातों पर माथापच्ची करना छोड़ें और अपने मन की गाठें खोल दें | सकारात्मकता को अपनाये | आशावादी बने | मुश्किल में अपना विवेक नही खोये | जीवन को सहजता से जिएं | अपने और भगवान पर विश्वास रखें | अच्छा देखे, अच्छा बोले और अच्छा सुने | परिवार के साथ रहें, हंसीं मजाक करें | खुद हंसे और दूसरों को भी हंसाये |

प्रस्तुती—डा.जे.के.गर्ग

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