चंद्र राशि क्या होती है ?

राजेन्द्र गुप्ता
पिछले वीडियो में आपने जन्मकुंडली के चक्र को देखकर अपना लग्न समझना सीखा। अपने लग्न की तरह आप जन्मकुंडली के चक्र से ही अपनी राशि को भी जान सकते हैं। आपकी जन्मकुंडली में जिस स्थान पर चंद्र बैठा होता है , वह आपकी चंद्र राशि होती है। यदि चंद्र 1 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि मेष , यदि चंद्र 2 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि वृष, यदि चंद्र 3 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि मिथुन , यदि चंद्र 4 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि कर्क, यदि चंद्र 5 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि सिंह, यदि चंद्र 6 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि कन्या, यदि चंद्र 7 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि तुला, यदि चंद्र 8 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि वृश्चिक , यदि चन्द्रमा 9 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि धनु, यदि चन्द्रमा 10 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि मकर , यदि चन्द्रमा 11 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि कुम्भ, यदि चन्द्रमा 12 अंक में बैठा हो तो आपकी राशि मीन होगी।
कुंडली में ऐसी स्थिति बन सकती है की मेष लग्न होते हुए राशि मेष के अलावा वृष, मिथुन, कर्क, सिंह, कन्या, तुला , वृश्चिक, धनु, मकर और कुम्भ में से कोई एक हो सकती है। कुंडली में वृष लग्न होते हुए भी राशि वृष के अलावा मिथुन कर्क, सिंह, कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ, मीन , मेष , में से कोई एक हो सकती है। कुंडली में मिथुन लग्न होते हुए भी राशि मिथुन के अलावा कर्क, सिंह , कन्या, तुला, वृश्चिक, धनु, मकर, कुम्भ, मीन , मेष , वृष, में से कोई एक हो सकती है। कुंडली में कर्क लग्न होते हुए भी राशि कर्क के अलावा सिंह, कन्या, तुला , वृश्चिक, धनु, मकर , कुम्भ , मीन , मेष, वृष, मिथुन , में से एक हो सकती है। कुंडली में सिंह लग्न होते हुए भी राशि सिंह के अलावा कन्या, तुला , वृश्चिक, धनु, मकर , कुम्भ, मीन , मेष, वृष, मिथुन ,कर्क , में से एक हो सकती है।
कुंडली में कन्या लग्न होते हुए भी राशि कन्या के अलावा तुला , वृश्चिक, धनु, मकर , कुम्भ , मीन , मेष, वृष, मिथुन , कर्क , सिंह, में से एक हो सकती है। कुंडली में तुला लग्न होते हुए भी राशि तुला के अलावा वृश्चिक, धनु, मकर , कुम्भ, मीन , मेष , वृष , मिथुन, कर्क ,सिंह , कन्या में से एक हो सकती है। कुंडली में वृश्चिक लग्न होते हुए भी राशि वृश्चिक के अलावा धनु, मकर , कुम्भ , मीन, मेष, वृष, मिथुन , कर्क, सिंह, कन्या , तुला में से एक हो सकती है। कुंडली में धनु लग्न होते हुए भी राशि धनु के अलावा मकर , कुम्भ , मीन , मेष, वृष, मिथुन ,कर्क, सिंह, कन्या, तुला , वृश्चिक, में से एक हो सकती है। कुंडली में मकर लग्न होते हुए भी राशि मकर के अलावा कुम्भ , मीन , मेष, वृष, मिथुन , कर्क, सिंह, कन्या, तुला , वृश्चिक, धनु, में से एक हो सकती है। जन्मकुंडली में कुम्भ लग्न होते हुए भी राशि कुम्भ के अलावा मीन , मेष, वृष, मिथुन , कर्क, सिंह, कन्या, तुला , वृश्चिक, धनु, मकर में से एक हो सकती है। जन्मकुंडली में मीन लग्न होते हुए भी राशि मीन के अलावा मेष, वृष, मिथुन , कर्क, सिंह, कन्या, तुला , वृश्चिक, धनु, मकर , कुम्भ में से एक हो सकती है।

लेकिन जन्मकुंडली में बहुत बार ऐसी स्थिति होती है कि लग्न की जगह ही चंद्र स्थित होता है , यदि ऐसी कुंडली बने तो आपकी लग्न और राशि एक ही होती है। जैसे किसी का मेष लग्न मेष राशि दोनों हो सकता है , वृष लग्न वृष राशि दोनों हो सकता है, मिथुन लग्न मिथुन राशि दोनों हो सकता है, कर्क लग्न कर्क राशि दोनों हो सकता है , सिंह लग्न सिंह राशि दोनों हो सकता है, कन्या लग्न कन्या राशि दोनों हो सकता है, तुला लग्न तुला राशि दोनों हो सकता है, वृश्चिक लग्न वृश्चिक राशि, दोनों हो सकता है , धनु लग्न धनु राशि, दोनों हो सकता है , मकर लग्न मकर राशि दोनों हो सकता है, कुम्भ लग्न कुम्भ राशि दोनों हो सकता है, मीन लग्न मीन राशि दोनों हो सकता है। ऐसी कुंडली वाले को लग्नचंद्रा योग में हुआ मन जाता है , जिनका पालन पोषण बड़े लाड़प्यार से होता है।

इस बात को अच्छी तरह समझने के लिए यूट्यूब के इस लिंक पर जाकर वीडियो अवश्य देखें ——-

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