j k gargसच्चाई तो यही कि मुगल काल के अंदर हिंदू मुसलमान मिलकर होली मनाते थे | यह भी सच है कि देवों के देव महादेव के परिवार में घोर विरोधी स्वभाव के प्राणी जैसे बिच्छू , बैल और सिंह , मयूर एवं सर्प बैल और चूहा प्रेमपूर्वक साथ साथ प्रेमपूर्वक रहते हैं तो क्यों नहीं हम भाईचारे सौहार्द के पर्व होली पर संकल्प लें कि हम श्मशान कब्रिस्तान मंदिर मस्जिद के व्यर्थ विवादों में नहीं उलझेंगे और ना ही हिजाब या भगवा के विवाद खड़े करेगें | हम भारत के नागरिक बिना किसी भेदभाव के दलित उच्च वर्ग और विभिन्न धर्म अनुयायियों को साथ लेकर भारत का सर्वागीण विकास मिल झूल कर करेगें | हम आज से अपनी बुराइयों राग द्वेष मनमुटाव को सच्चे दिल से जला कर और भस्म कर देगें |