चलों साथियों हम जाने क्या है ये आचार संहिता,
क्या है इसके नियम एवं लागू क्यों किया जाता।
क्यों पड़ी इसकी ज़रुरत और मक़सद क्या होता,
कब से शुरु हुआ यह क्या क्या इसमें बंद होता।।
कई बनें है इसके लिए आचार-संहिता पर नियम,
जैसे लोक लुभावन वादे एवं घोषणाएं न करना।
जाति-धर्म और क्षेत्र से सम्बन्धित मुद्दे ना उठाना,
धन बल व सरकारी मशीन का प्रयोग न करना।।
न निकाल सकते कोई रैली जुलूस बिन इजाज़त,
बहुत जरुरी है तो वो लेगा आयोग का इज़ाजत।
न कर सकते कोई अधिकारी का भी ये तबादला,
जिसको सर्व प्रथम साल 1971 से शुरू किया।।
चुनावी-घोषणा के पश्चात ये शुरु कर दिया जाता,
जिसकी मदद से निष्पक्ष-स्वतंत्र चुनाव है होता।
इस के तहत कुछ नियमों को तय किया है जाता,
चुनाव समापन तक उसको लागू रखा है जाता।।
ये पक्ष विपक्ष दोनों पार्टियां इसका पालन करती,
नियम उलंघन पे आयोग-टीम कार्यवाही करती।
चुनाव लड़ने पे रोक एवं उसे जेल भी हो सकती,
ज़रुरत पड़े तो अपराधिक मुक़दमा दर्ज करती।।
रचनाकार ✍️
गणपत लाल उदय, अजमेर राजस्थान