संस्कारी बेटा हूं

मित्र अपने घनिष्ठ मित्र से कहता है
यार तुम बड़े ही भोले, सीधे-सादे हो,
इसी कारण फायदा उठा लेते हैं लोग
वो जमाना नहीं रहा,क्यों भोले बनते हो ?

मित्र को समझते हुए जवाब देकर कहता है
यार तुम अपने जगह बिल्कुल ही सही हो,
मैं समझता हूं कि, अपनी जगह मैं भी सही हूं
कम से कम सत्य की राह में चलन तो दो।

गर्व है मुझे कि माता-पिता का संस्कारी बेटा हूं
अक्सर लोग भी कहते हैं कि,बड़े संस्कारी हो,
जिसने मुझे धोखा दिया ईश्वर पर छोड़ देता हूं
इन गहरी बातों को तुम समझते क्यों नहीं हो।

गोपाल नेवार,’गणेश’सलुवा, खड़गपुर पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल। 9832170390.

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