भूल गया हूं।‌

मोबाइल पर मैसेज लिखते-लिखते
चिट्ठी-पत्री लिखना ही भूल गया हूं,
व्टस्एप, फेसबुक पर मित्र बनाते-बनाते
सारे करीबी मित्रों को ही भूल गया हूं।

मोबाइल पर ऊंगली चलाते-चलाते
सर उठाना ही भूल गया हूं,
सोशल मीडिया पर विचार व्यक्त करते-करते
अपनों पर विचार करना ही भूल गया हूं।

मोबाइल पर लोकप्रियता देखते-देखते
अपनों की लोकप्रियता को ही भूल गया हूं,
आये हुए कॉमेंट्स की जवाब देते-देते
करीबियों को कॉमेंट्स करना ही भूल गया हूं।

बड़ी ही अजीब है ये मोबाइल दौर का जमाना
टेक्नोलॉजी की चाल से सभी को भूल गया हूं,
सोचा था ज़माने के साथ-साथ स्मार्ट बन जाऊं
पर स्मार्ट बनते-बनते खुद को ही भूल गया हूं।

गोपाल नेवार,’गणेश’सलुवा, खड़गपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल। 9832170390.

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