अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव पर पर्यटन विभाग करवाएगा 13 मार्च को मेला ग्राउंड में सांस्कृतिक संध्या का विशाल आयोजन।

विश्वस्त जानकारी के अनुसार आखिर अंतिम समय में जारी आदेश से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी विशिष्ट पहचान बन चुके पुष्कर तीर्थ में आयोजित होली उत्सव को पर्यटन विभाग राजस्थान सरकार द्वारा इस वर्ष भी चाहे कम बजट मात्र 12 लाख से ही सही होली के पवित्र पावन पर्व 13 मार्च को मेला ग्राउंड में सायंकाल 7 से 10 बजे तक सुप्रसिद्ध राजस्थानी लोक कलाकारों के माध्यम से लोक नृत्य कला व बरसाने की होली थीम पर एक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन करवाया जा रहा है साथ ही यह भी बताया गया है कि कार्यक्रम विशुद्ध रूप से सनातन धार्मिक हिंदू संस्कृति से ओतप्रोत होगा। इस प्रकार की धार्मिक संस्कृति से जुड़े आयोजन से स्थानीय नागरिकों तथा देश विदेश से आ रहे इस वैश्विक होली महोत्सव में भाग लेने लुत्फ उठाने वालों के लिए शुभ संदेश है।।
सनातन संस्कृति को संरक्षित रखने के उद्देश्य से पुष्कर तीर्थ में सनातन हिंदू धर्म के होली पर्व को धार्मिकता से ओतप्रोत स्वरूप में निखारने का श्रेय कार्य गत राज्य सरकार के माध्यम से श्री धर्मेंद्र राठौड़,पूर्व अध्यक्ष, राजस्थान पर्यटन विकास निगम को जाता है जिन्होंने अपने कार्यकाल में ढाई करोड़ रुपयों का बजट आवंटित कर चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव की शुरुआत कर विश्व विख्यात कलाकारों से मनमोहक नवीन कदाचार प्रस्तुत करवा, पुष्कर की होली को वैश्विक स्तर पर प्रसिद्धि दिलवाई गई उसी का नतीजा है कि वर्तमान सरकार भी इसी परम्परा को आगे निभाने में चार दिन का ना सही मात्र 12 लाख रुपए से एक दीनी होली उत्सव कार्यक्रम आयोजन तो करवाने जा रही है।
इसी क्रम में हमारा पर्यटन विभाग से आग्रह है कि ऐसे आयोजनों में पुष्कर तीर्थ के स्थानीय ख्यातिनाम होली रसिया भजन गायकों तथा राष्ट्रीय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर राजस्थानी लोक कला नृत्य व ओडिसी नृत्य, नगाडा वादन आदि में प्रस्तुतियां देकर नाम रोशन करने वाले नामचीन संस्थाओं जैसे सरस्वती नृत्य कला के हेमंत देवड़ा ,शक्ति ग्रुप से कोलीना ग्रुप, पुष्कर म्यूजिक स्कूल से संगीतज्ञ दिनेश पाराशर व इनके बाल शिष्य व सुप्रसिद्ध नृत्यांगना मीनल गौड, तथा सुप्रसिद्ध ओडिसी नृत्यांगना तेजस्विनी गौतम ग्रुप,उभरती नृत्यांगना अक्षिता भट्ट, भावना शर्मा, स्थापित भजन गायक गिरी पाराशर, दीनदयाल पाराशर, विनोद पाराशर उभरते गायक विनोद देवड़ा, बृजेश देवड़ा, मानसी पाराशर आदि पुष्कर के स्थानीय कलाकारों को भी ऐसे विशेष कार्यक्रमों में इन्हें अपनी विशिष्ट कला प्रस्तुतियां देने का अवसर प्रदान करवाएं जिससे कि स्थानीय कलाकारों का उत्साह वर्धन के साथ इनकी कला साधना को उच्च स्तर पर पहचान मिल सके।
अरुण पाराशर,
सामाजिक कार्यकर्त्ता,
पुष्कर तीर्थ।
श्री मती दीया कुमारी जी,
मंत्री: पर्यटन विभाग,
राजस्थान सरकार,
शासन सचिवालय,
जयपुर।
विषय: अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव पुष्कर 2025 आयोजन हेतु 2 करोड़ बजट राशि स्वीकृति के क्रम में मांग पत्र:
महोदया,
जैसा कि आपको विदित ही होगा कि पुष्कर तीर्थ नगरी में हिंदुओं का त्यौहार होली अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कर सतरंगी होली के नाम से मशहूर हो चुका है इसकी प्रसिद्धि में और चार चांद लगाते हुए गत वर्ष राज्य सरकार ने एक नया नवाचार पर्यटन विभाग और राजस्थान पर्यटन विकास निगम के संयुक्त तत्वावधान में देश के ख्यात नाम कलाकारों से ओतप्रोत गीत, संगीत,नृत्य से सराबोर चार दिवसीय अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव पुष्कर 2023 सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम शुरू किया गया। इस ऐतिहासिक नवाचार को खूब सराहा गया तथा लाखों की संख्या में श्रोताओं ने सपरिवार अपनी उपस्थिति देकर जमकर आनंद भी लूटा।
लेकिन इस वर्ष इस आयोजन के लिए बजट घोषणा नही होने के कारण तथा अभी तक पर्यटन विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा भी होली महोत्सव आयोजन को लेकर आम जन के सामने किसी प्रकार की कोई रूप रेखा होती दिखाई नहीं दे रही है को देखते हुए इस बार अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव पुष्कर 2025 आयोजन पर असमंजस के बादल मंडराते दिख रहे है।
हम पुष्कर तीर्थ की जनता की ओर से आपको विनम्र निवेदन है कि उक्त असमंजस की स्थिति को पूर्ण विराम देकर आप व्यक्तिगत पहल कर पर्यटन विभाग द्वारा गत वर्ष शुरू किए गए अंतरराष्ट्रीय होली महोत्सव पुष्कर को इस वर्ष भी विभाग पर्याप्त आवश्यक बजट राशि दो करोड़ रुपयों की स्वीकृति प्रदान करते हुए आयोजन निरंतर जारी रखने के आदेश प्रदान कर सनातन हिंदू धर्म संस्कृति के त्यौहार होली महोत्सव आयोजन को अति भव्यता से करवा कर इसे और भी दिव्य रूप में प्रतिष्ठित किए जाने के निर्देश संकेत भी प्रदान करवाएं।
विशेष रूप से हमारा आपसे यह भी विनम्र आग्रह है कि आप स्वयं तथा माननीय मुख्य मंत्री जी मुख्यअतिथि के रूप में पधार कर चार दिवसीय होली महोत्सव का शुभारंभ करे तथा पुष्कर तीर्थ को गौरांवित किए जाने में अपना अहम योगदान देकर हम तीर्थ के धार्मिक जनों का नियंत्रण आग्रह स्वीकार कर अनुग्रहित करे ।
आदर सहित। भवदीय,
अरूण पाराशर
सामाजिक कार्यकर्त्ता
पुष्कर तीर्थ ।