*हाजिर है चार पंक्तियां …*

१) मैं कहता
मेरा दुख बड़ा
वो कहता
मेरा दुख बड़ा दुख में जो लड़कर खड़ा
वो ही है सबसे बड़ा
२)  रात हमेशा काली नहीं रहेगी
दिन तो निकलेगा जरूर
मेहनत की पूजा कर
सारे दुख हो जाएंगे दूर…
३) कोई तो ऐसा बम और बारूद बना दे
जो दुनिया के दर्दोंगम को डायनासोर की तरह गायब कर दे…l
* *श्याम कुमार राई ‘सलुवावाला’*
error: Content is protected !!