मैंने शराब क्यों पी ?

ठंड कुछ अधिक थी
इसलिए पी मैंने,
गर्मी चढ़ रही थी
इसलिए पी मैंने।
दोस्तों की जमघट थी
इसलिए पी मैंने,
सुनसान एकांत था
इसलिए पी मैंने।
आज मेरी शादी थी
इसलिए पी मैंने,
शादी टूट चुकी थी
इसलिए पी मैंने।
बीवी भाग गई थी
इसलिए पी मैंने,
फिर लौट कर आई थी
इसलिए पी मैंने।
खुशी की खबर थी
इसलिए पी मैंने,
गम की खबर थी
इसलिए पी मैंने।
ये सब तो बहाना है यारों
ये पीने का तरीका है यारों,
बस पीने की लत है
इसलिए पी मैंने।
गोपाल नेवार, गणेश, सलुवा खड़गपुर, पश्चिम मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल।  9832170390.

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