*दुनिया की आलातरीन गायिका बेगम नूरजहां ने एक बार इंसानी मोहब्बत की ऐसी मिसाल पेश की थी कि भारत और पाकिस्तान की दुशमनी भी फीकी पड़ गई थी। और इसका गवाह बना मैं खुद और गवाह बनी अजमेर की जनता।*
*पाकिस्तान की गायिका नूरजहाँ जब बँटवारे के 35 साल बाद भारत आई तो पाकिस्तानी हुकुमत ने उनको साफ कहा था कि वे भारत में कोई गाना नहीं गायेंगी। वे भारत आई और अदाकारी के असली बादशाह दिलीप कुमार की महमान बनी। दिलीप कुमार उर्फ युसुफ भाई बेऔलाद थे।*
*नूरजहाँ उनके लिये औलाद और सेहतयाबी व लम्बी उम्र के लिए दुआ मांगने अजमेर दरगाह शरीफ आई। मैं उस वक्त युवक कॉंग्रेस का शहर अध्यक्ष था। मुझे राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद का फोन आया कि बेगम नूरजहाँ को जियारत करवानी है। मैने अपने दोस्त आली जनाब गनी भाई को कह के बेगम नूरजहाँ को जियारत करवाई।*
*तब बेगम नूरजहाँ ने मुझ से बोला की आप मेरे गवाह रहना मैने यहां युसुफ भाई को औलाद देने की दुआ मांगी है और उनकी लम्बी उम्र के लिए दुआ मांगी है और हजूर गरीब नवाज से कुछ नहीं मांगा है मेरा हाथ पकड़ बोलीं की आप मेरे गवाह हो वो दौराने जियारत बेइंतहाशा रो रही थीं और बहुत भावुक हो रही थीं मैं जियारत के वक्त उनके साथ अंदर आस्थानाये आलीया में था……….मैने उसी वक्त ख्वाजा के आस्थाने के बाहर खडे प्रेस मीडिया के साथियों को बुलाया और नूरजहाँ का यह बयान और दुआ उसी वखत सभी प्रेस मीडिया के दोस्तों को बताया कि बेगम साहिबा ने यह दुआ में हजूर गरीब नवाज ख्वाजा मोइनुद्दीन हसन चिश्ती साहब रहमतुल्लाह आलेह के आस्थाने में यह दुआ की है और मालिकाऐ तरन्नुम बेगम नूरजहां को कहा मैंने सारे हिन्दुस्तान को आपकी अकीदत और दुवाओं का मैंने गवाह बना दिया है और उनकी दुआ जो उन्होंने दिलीप साहब के लिये मांगी थी उस वक्त के सभी अखबारों में छपी थी।*
*नूरजहाँ वापस मुंबई लौट गई लेकिन हिन्दुस्तान में मिली मोहब्बत से वो ऐसी खुश हुई की उसने वहां पाकिस्तानी हुकुमत की गाना ना गाने की हिदायत भूला दी और एक गाना पेश किया….जिसका वीडियो भी है…उस वखत जवाँ शबाना आज़मी ने कहा था जैदे दुनिया में एक ही चाँद और एक ही सूरज है वैसे ही सिर्फ एक ही नूरजहां है….*
*आप भी इस वीडीयो और मेरी तस्वीर में जिस पर हरे रंग का ऐरो का निशान लगा हुआ है का मज़ा लिजिए और दुआ किजीये की नफरतों के इस दौर में फ़िर से कोई नूरजहाँ हो दुआ हो और भारत पाकिस्तान के बीच दोस्ती की महफिल हो।*
*आपका अपना राजेश टंडन वकील अजमेर ।*