
हम आप बस यह कल्पना ही कर सकते हैं कि फिल्म ‘उपकार’ में गायक मन्ना डे द्वारा गाया गया गीत “कसमें वादे प्यार वफा सब बातें हैं.. ” यदि मन्ना डे की जगह किशोर कुमार की आवाज में रिकार्ड हुआ होता तो कैसा होता?
जी हां, इस फिल्म के संगीतकार कल्याण जी आनंद जी पहले इस गाने को किशोर कुमार से ही गवाना चाहते थे। इस गीत के लिए संगीतकार द्वय की पहली पसंद किशोर कुमार ही थे। ऐसा कहा जाता है कि जब उनसे इस संबंध में बात की तो बातचीत के दरमियान किशोर दा को पता चला कि फिल्म के पर्दे पर यह गाना अभिनेता प्राण गाएंगे तो उन्होंने गीत गाने से यह कहते हुए इंकार कर दिया कि वे हीरो के लिए आवाज देते हैं उनके गाने फिल्म के नायक पर फिल्माए जाते हैं खलनायक पर नहीं। फिल्म प्रेमी इस बात से अंजान नहीं हैं कि फिल्म ‘उपकार’ के पहले तक अभिनेता प्राण की फिल्मी छवि एक खतरनाक खलनायक की थी। उन्होंने उस समय तक बुरे चरित्रों वाले पात्रों की भूमिका में अपना नाम काफी बदनाम बना लिया था। वे बुरे आदमी का पर्याय समझे जाते थै। कहा तो यह भी जाता है कि अभिनेता प्राण के 40 साल के फिल्मी सफर के दौरान किसी मां ने अपने बच्चे का नाम प्राण नहीं रखा। तो ऐसा था प्राण की फिल्मी छवि का असर, तो किशोर कुमार जी कैसे अछूते रहते। बस । इसी आधार पर मूडी किशोर कुमार जी ने कह दिया वे अपनी आवाज सिर्फ नायक के लिए देते हैं। इस तरह उक्त अर्थपूर्ण एवं फलसफाना गीत मन्ना डे के खाते में आ गया। और कहना न होगा कि यह गीत फिल्म में मलंग बाबा की सशक्त भूमिका निभाने वाले अभिनेता प्राण पर खूब जंचा और दर्शकों ने भी खूब पसंद किया। गीत बहुत ही लोकप्रिय हुआ। बाद में किशोर कुमार ने स्वयं मन्ना डे जी से मिलकर उन्हें गीत को बढ़िया गाने के लिए बधाई दी। सही मायमे में फिल्म ‘उपकार’ से ही अभिनेता प्राण के अभिनय की दूसरी पारी की शुरुआत हुई। इसके बाद वे तरह-तरह की सकारात्मक भूमिकाएं निभाने लगे जिसे दर्शकों ने खूब सराहा और उनके निभाए चरित्रों को भरपूर प्यार दिया।
यहां मैं अब किशोर कुमार और प्राण से जुड़े चंद दिलचस्प तथ्यों को भी रखना चाहूंगा जिसे आप अवश्य पस्द करेंगे।
ऐसा नहीं कि किशोर कुमार ने कभी प्राण जी के लिए गाया ही नहीं। आप में से कई लोग ये जानते हैं कि ‘उपकार’ (1967) से पांच साल पहले फिल्म -हाफ टिकट’ (1962) में किशोर कुमार का महिला और पुरुष की आवाज में गाया मजाहिया गीत “आ के सीधी लगी दिल पे कटरिया… ” यह फिल्म सन् 1962 की है और गीत किशोर कुमार और प्राण पर ही फिल्नाया गया था। इतना ही नहीं प्राण के लिए इन्होंने फिल्म ‘कसौटी’ (1974) में “हम बोलेगा तो बोलोगे कि बोलता है…,” ‘मजबूर’ (1974) में “दारु की बोतल में साहब पानी भरता है…” और सन 1975 की फिल्म ‘चोरी मेरा काम’ का गीत – “मेरी नजर से बचा न कोई…” सहित कुल 13 गाने गाए थे।
तो साथियो प्राण- किशोर कुमार का आज की कथा यही पूरा होता है….यहां तक पढ़ने के लिए धन्यवाद-आभार।00
– श्याम कुमार राई
“सलुवावाला”