-नरेन्द्र सिहं शेखावत भारीजा– आज कल ए बी पी न्यूज पर प्रधानमंत्री नाम से एक कार्यक्रम दिखाया जा रहा है परंतु उसमे यह नहीं बताया की 565 रियासतों को सरदार वल्लभ भाई पटेल ने एक कर दिया तो कश्मीर को भारत मे सम्मिलित होने मे इतनी कठिनाई क्यो आयी जबकि महाराजा हरी सिंह एक हिन्दू राजा थे इसका कारण यह है नेहरू जी ने इस मुदे को सरदार वल्लभ भाई पटेल से लेकर अपने पास रख लिया था उसका कारण था शेख अब्दुल्ला से नेहरू जी की दोस्ती ,पाकिस्तान सेना द्वारा कबालियों के भेष मे कश्मीर पर आक्रमण के समय आर एस एस के स्वय सेवको ने अपनी जान पर खेल कर सेना की मदद की आदर्णीय गुरु जी का महाराजा हरी सिंह को भारत मे विलय के लिए तैयार करने मे प्रमुख भूमिका थी
शेख अब्दुल्ल्हा को सेकुलर दिखाने का प्रयास किया है और यह बताया गया की वो पाकिस्तान मे विलय के खिलाफ थे हाँ यह बात कुछ हद तक सही है परंतु उसके पीछे कारण यह था की जिन्ना शेख को महत्तव नहीं देता था साथ ही शेख जम्मू कश्मीर का प्रधान मंत्री बनना चाहता था जो वो बना भी परंतु श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान के बाद उसी नेहरू जी ने शेख को जेल मे डाला था क्यों की उसके मसूबों की पोल खुल गई थी