मासिक राशिफल माह अक्टूबर 2013

अक्टूबर मास के व्रत, पर्व एवम त्यौहार :-

प.  उमेश चन्द्र पन्त
प. उमेश चन्द्र पन्त

एकादशी व्रत: 1 अक्टूबर, प्रदोष व्रत: 2 अक्टूबर, मास शिवरात्री व्रत: 3 अक्टूबर, श्राद्ध अमावस्या (पितृ विर्सजन): 4 अक्टूबर, स्नानादि अमावस्या, शारदीय नवरात्र प्रारम्भ, क्लश स्थापन: 5 अक्टूबर, गणेश चतुर्थी व्रत: 8 अक्टूबर, ललिता पंचमी व्रत: 9 अक्टूबर, सरस्वती आवाहन महानिशा पूजा: 11 अक्टूबर, दुर्गाष्टमी, महाष्टमी, सरस्वती पूजनम: 12 अक्टूबर, महानवमी शस्त्रपूजनम, दशहरा: 13 अक्टूबर, पापांकुशा एकादशी व्रत: 15 अक्टूबर, प्रदौष व्रत: 16 अक्टूबर, सौर कार्तिक प्रारम्भ: 17 अक्टूबर, शरद पूर्णिमा, बाल्मीकि जयंती:18 अक्टूबर, गणेश चतुर्थी, करवा चौथ व्रत: 22 अक्टूबर, अहोर्इ अष्टमी: 26 अक्टूबर, राधाष्टमी: 27 अक्टूबर, रम्भा एकादशी व्रत: 30 अक्टूबर, गोवत्स द्वादशी: 31 अक्टूबर।
मेष (Aries) चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ ।
इस माह सामाजिक गतिविधियों में वृद्धि होगी। आय की अपेक्षा व्यय की अधिकता रहेगी। कार्यो में उलझन आयेंगी। वाहन एवं रोजगार प्राप्ति के अवसर आयेंगे। विदेश यात्रा का योग बनेगा। व्यावसायिक प्रगति होगी। विधार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा में सफलता मिलेगी। जीवनसाथी से वांछित सहयोग मिलेगा। इच्छित पद प्राप्ति सम्भव। उत्तरार्द्ध में समस्याओं में वृद्धि होगी। जीवन साथी के स्वास्थ्य को लेकर चिंतित रहेंगे। मन में उच्चाटन का भाव रहेगा। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा। पाचन तंत्र या निद्रा विकार सम्भव। अक्टूबर मास की 5, 7, 23 एवम 25 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं “ऊँ गं गणपतये नम:” का जप करें।
वृषभ (Taurus) उ, ई, ऐ, ओ, बा, बी, बे, बो ।
इस माह मान सम्मान में वृद्धि होगी। पारिवारिक परेशानियों में वृद्धि होगी। स्त्री वर्ग से वांछित सहयोग मिलेगा। मित्रवर्ग से भी अपेक्षित मदद प्राप्त होगी। राजकीय कार्यो में लाभ होगा। भूमि संबंधी क्रय विक्रय में सावधानी रखें। व्यक्तिगत दृष्टि से यह माह श्रेष्ठ फलदायक सिद्ध होगा। कार्य प्रबन्धन सर्वश्रेष्ठ स्तर का रहेगा। आय सामान्यत: औसत रहेगी। नवीन व्यावसायिक संधि सम्भव। व्यावसायिक संबंधों का प्रत्यक्ष लाभ मिलेगा। माता के स्वास्थ्य के कारण चिंतित रहेंगे। यात्राए कष्टप्रद रहेंगी। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा। शीत प्रकृति के रोग होना सम्भव। अक्टूबर मास की 1, 3, 13, 20 एवम 21 तारीखें नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवं “’ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” का जप करें।
मिथुन (Gemini) क, की, कू, घ, ड, छ, के, को, हा ।
इस माह अध्ययन-अध्यापन में रूचि बढ़ेगी। व्यापार में वृद्धि होगी। रोजगार के अवसर सृजित होंगे। राजकीय कार्यो में लाभ होगा। भौतिक सुख सुविधाओं में वृद्धि होगी। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। संतान के कारण चिंतित रहेंगे। आमदनी में वृद्धि से धन संग्रह में वृद्धि होगी। भाग दौड़ की अधिकता रहेगी। इस माह कर्इ बार आपके कार्य क्षमता की परीक्षा होगी। उत्तरार्द्ध में तनाव की स्तिथिया भी आयेंगी। उदर विकार, शुगर आदि विकार सम्भव। कार्य सम्पन्नता की गति धीमी रहेगी। अक्टूबर माह की 4, 5, 13, 15 एवम 23 तारीखे नेष्ट फलदायक है अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शिवजी की अराधना करें एवम ‘”ऊँ नम: शिवाय” का जप करें।
कर्क (Cancer) ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो ।
इस माह व्यापारिक कार्यो में वांछित लाभ होगा। राजकीय कार्यो में लाभ होगा। उच्चाधिकारियों की अनुकम्पा प्राप्त होगी। पारिवारिक सहयोग व सान्निध्य में वृद्धि होगी। आर्थिक दृष्टि से दबाव के बावजूद आप लक्ष्य से विचलित नहीं होगे। संतान से सुखद समाचार मिलेगा। इस माह आप कार्य स्थान पर कुछ खास कर दिखायेंगे। लेखन संबंधी कार्यो में रूचि बढ़ेगी। नेत्र रोग, उदर रोग, जोड़ो के दर्द से कष्ट होगा। माता-पिता की तरफ से चिंता बनी रहेगी। जीवनसाथी से सम्बंध मधुर रहेंगे। अक्टूबर मास की 1, 3, 15, 17 एवम 24 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य ”ऊँ शं शन्नेश्चराय नम:” का जप करें।
सिंह (Leo) मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे ।
इस माह धन, मान-सम्मान एवं पद प्रतिष्ठा की प्राप्ति होगी। धार्मिक कार्य का आयोजन होगा। यात्राएं सम्भव। किसी पुराने मामले में पुन: उलझने की स्तिथिया उत्पन्न होंगी। सामाजिक दायित्व की वृद्धि होगी। सामाजिक मान-सम्मान भी बढ़ेगा। शत्रुओं द्वारा अनावश्यक षडयंत्र रचा जायेगा। नवीन कार्य योजनायें बनेंगी। कुल मिलाकर यह माह अनुकूल जायेगा। आय अच्छी होगी। व्यय पर नियंत्रण रहेगा। संतान पक्ष् से खुशी होगी। उच्च कोटि के व्यावसायिक निर्णय आपको आगे चलकर फायदा करेंगे। स्वभाव में तेजी रहेगी। स्वास्थ्य मध्यम रहेगा। अक्टूबर मास की 15, 25, 26 एवम 29 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप सूर्य की अराधना करे एवं “ऊँ घृणि: सूर्याय नम:” का जाप करें।
कन्या (Virgo) टो, पा, पी,पू, ष, ण, ठ, पे, पो।
इस माह व्यापारिक गतिविधियों में कमियाँ आयेंगी। व्यापार हानि सम्भव। भूमि, भवन या सम्पत्ति का लाभ मिलेगा। शत्रु हानि पहुँचाने का प्रयास करेंगे, किंतु सफल नही होंगे। कार्य व्यवसाय में किसी षडयंत्र के प्रति सजग रहे। प्रथमार्ध में जहां गतिरोध की अधिकता रहेगी वहीं उत्तरार्द्ध में कुछ शांति होगीं समाज में यश प्रतिष्ठा बढ़ेगी। नये लोग आपसे जुड़ेंगे। उत्तरार्द्ध में आप व्यावसायिक कार्यो में तेज गति से कार्य करेंगे। स्वास्थ्य औसत रहेगा। अक्टूबर मास की 3, 11, 13, 21 एवम 23 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं “ऊँ गं गणपतये नम:” का जप करें।
तुला (Libra) रा, री, रू, रे, ता, ती, तू, ते ।
इस माह मानसिक अशांति रहेगी। शत्रुओ की वृद्धि एवं शारीरिक कष्ट रहेगे। परिवार में प्रोपर्टी संबंधी विवाद उभरेगा। साझेदारी के कार्यो में विवाद एवम हानि की स्तिथिया आयेंगी। भूमि-भवन का लाभ सम्भव। नवीन योजनाओं का क्रियान्वन होगा। राजनीति से लाभ होगा। राजकीय कार्यो में सफलता मिलगी। उत्तरार्द्ध में रुके हुए कार्य भी बनने लगेंगे। तीर्थ यात्राऐ होगी। कुछ नया कार्य भी प्रारम्भ करेंगे। मांसात में आजीविका क्षेत्र में कष्ट आयेंगे। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा। अक्टूबर मास की 1, 9, 19, 20 एवम 27 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य ”ऊँ शं शन्नेश्चराय नम:” का जप करें।
वृश्चिक (Scorpio) तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू ।
इस माह पारिवारिक जनो से विशेष सहयोग की प्राप्ति होगी। व्यापारिक लाभ में कमी आयेगी। उच्चाधिकारियों से टकराव की स्थितिया आयेंगी। कानूनी उलझन में पड़ने का भय। सामाजिक कार्यो में भागीदारी बढ़ेगी। भवन प्राप्ति सम्भव। नजदीकी लोगो के व्यवहार से निराशा होगी। उत्तरार्द्ध में परिस्तिथिया आपके पक्ष में होंगी। स्वास्थ्य की दृष्टी से प्रथमार्ध की अपेक्षा उत्तरार्द्ध में स्वास्थ्य संबंधी दिक्कते आयेंगी। शीत प्रकृति के रोग, वात रोग परेशान करेंगे। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा। अक्टूबर मास की 5, 7, 16, 24 एवम 26 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य ”ऊँ शं शन्नेश्चराय नम:” का जप करें।
धनु ( Sagittarius) ये, यो, भ, भी, भू, धा, फा, ढा, भे ।
इस माह आत्म विश्वास में वृद्धि के साथ-साथ कार्य क्षेत्र में उन्नति होगी। संतान पक्ष से सुखद समाचार मिलेगा। भूमि-भवन संबंधी विवाद सम्भव। वाहन चलाने में सावधानी रखें। काम-काज के संबंध में खूब भागदौड़ होगी। धन प्राप्ति में वृद्धि होंगी। भागीदारी कार्यो से भी लाभ होगा। उत्तरार्द्ध थोड़ा कष्टप्रद रहेगा। व्यक्तिगत रिश्तो में आपको सावधानी रखनी होगी। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा। उत्तरार्द्ध में मानसिक परेशानियाँ होंगी। अक्टूबर मास की 10, 17, 19 एवम 28 तारीखें नेष्ट फलदायक है, अत: सावधान रहना चाहिए। आप विष्णु भगवान की अराधना करें एवं ”ऊँ नमो भगवते वासुदेवाय” का जप करें।
मकर (Capricorn) भो, जा, जी, खी, खू, खे, खो, ग, गी ।
इस माह में मित्रवर्ग का वांछित सहयोग मिलेगा। जीवन साथी व संतान का सुख मिलेगा। राजकीय कार्यो में सफलता मिलेगी। घरेलू कारणों से मन खिन्न रहेगा। किसी न्यायालयीय प्रकरण से मुक्ति मिलेगी। छोटी-मोटी कर्इ समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। श्रमानुरुप मन-माफिक परिणाम न आने से मन में खिन्नता रहेंगी। कार्य क्षेत्र में परिवर्तन भी संभव। परिस्थितियाँ माकूल होने में समय लगेगा। किसी नवीन कार्य योजना हेतु ऋण प्रबंधन की भी आवश्यकता पड़ेगी। रक्तचाप, उदर विकार एवं शीत प्रकृति के रोगो का सामना करना पड़ेगा। अक्टूबर माह की 7, 16, 24, 26 एवम 27 तारीखे नेष्ट फलदायक है अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शिवजी की अराधना करें एवम ”ऊँ नम: शिवाय का जप करें।
कुंभ ( Aquarius) गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा ।
इस माह व्यर्थ किसी विवाद में पड़ सकते हैं। धार्मिक रुझान बढ़ेगा। रुके हुए धन की प्राप्ति होगी। उत्तरार्द्ध में विशिष्ट लाभ की स्तिथिया बनेगी । पठन कार्यो मे रूचि बढेगी । व्यावसायिक गतिविधियों मे वृद्धि होगी। कार्य क्षेत्र में लाभ की मात्रा बढ़ेगी। मित्र वर्ग से लाभ होगा। जीवन साथी का सहयोग व सन्निध्य मिलेगा। यह माह व्यावसायिक उपलब्धियों का रहेगा। वरिष्ठ जनो से श्रेष्ठ मार्गदर्शन मिलेगा। इस माह व्यावसायिक दृष्टि से बड़े निर्णय की तरफ बढ़ेगे। विशेषज्ञों की राय पर चलेंगे। स्वास्थ्य सामान्यत: ठीक रहेगा । त्वचा संबंधी रोग, एलर्जी परेशानी का कारण रहेगी। अक्टूबर मास की 1, 3, 11, 13 एवम 21 तारीखें नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप गणेश जी की अराधना करें एवं ”ऊँ गं गणपतये नम: का जप करें।
मीन (Pisces) दी, दू, थ, झ, दे, दो, चा, ची ।
इस माह व्यापार में उन्नति, प्रियजनो से मतभेद एवम यात्रा में कष्ट होगा। नवीन रोजगार प्राप्ति संभव। विदेश यात्रा का योग। प्रथमार्ध जहाँ कष्टप्रद रहेगा वहीं उत्तरार्द्ध में अच्छे परिणाम प्राप्त होंगे। कोर्इ करीबी दोस्त धोखा दे सकते हैं। मन में निराशा का भाव रहेगा। किसी विशेष कार्य हेतु प्रयासरत रहेंगे, जिसमें सफलता भी मिलेगी। लेन देन के मामलो में कोर्इ विवाद भी उभरकर आ सकता है। सामाजिक कार्यो में बाधायें आयेंगी। यात्राओं की अधिकता रहेगी। मासांत में कार्य सफलता की गति अत्यंत धीमी रहेगी। स्वास्थ्य नरम रहेगा। शीत प्रकृति के रोग सम्भव। अक्टूबर माह की 6, 8, 18, 23 एवम 24 तारीखे नेष्ट फलदायक हैं, अत: सावधान रहना चाहिए। आप नित्य शनि की अराधना करें एवम नित्य ”ऊँ शं शन्नेश्चराय नम:” का जप करें। शुभप्रद परिणाम प्राप्त होंगे।
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प0 उमेश चन्द्र पन्त – ज्योतिषाचार्य,
Celebrity Astrologer: astroyogi, ganeshaspeaks
Website: www.pavitrajyotish.com
Phone: +91-11-26496501
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