बंदूकधारियों का पाकिस्तानी सैन्य अड्डे पर हमला

पाकिस्तान में सेना की वर्दी पहने, स्वचालित अत्याधुनिक हथियारों और ग्रेनेड से लैस एक दर्जन अज्ञात बंदूकधारियों ने इस्लामाबाद के पास कामरा में स्थित मिनहास सैन्य हवाई अड्डे पर गुरूवार तड़के हमला किया है.

वायुसेना के एक अधिकारी ने बीबीसी को बताया कि कई घंटे चली कार्रवाई में पाकिस्तान स्पेशल फोर्स के कमांडोंस ने इन हमलावरों का सामना किया और इस कार्रवाई में आठ हमलावरों के मारे जाने की पुष्टि हुई है. एक वरिष्ठ कमांडर और तीन सैनिक भी गंभीर रूप से घायल हुए हैं.

उन्होंने बताया कि इस कार्रवाई में एक सैनिक मारा भी गया है. हमले के वक्त अड्डे पर कम से कम 30 लड़ाकू विमान खड़े थे. हमले की वजह से एक लड़ाकू विमान को भी नुकसान पहुंचा है.

पाकिस्तान में हाई-अलर्ट

हमले के मद्देनजर पाकिस्तान के तमाम सैन्य हवाई ठिकानों पर हाई-अलर्ट जारी कर दिया गया.

पाकिस्तानी वायुसेना के अधिकारियों ने बीबीसी को बताया है कि आत्मघाती विस्फोट बेल्ट पहले बंदूकधारी कामरा हवाई अड्डे की परिसर में दाखिल होने में कामयाब हो गए.

समाचार एजेंसियों के मुताबिक पाकिस्तान समयानुसार रात लगभग दो बजे इन हमलावरों ने रॉकेट लॉंचरों और ग्रेनेड लॉंचरों से हमला शुरु कर दिए. इसके बाद हमलावरों और सेना के बीच घंटों तक भीषण गोलीबारी जारी रही.

कामरा में पाकिस्तान वायुसेना का प्रमुख हवाई अड्डा है जहाँ पर जेएफ-17 लड़ाकू विमान पाकिस्तान एरोनॉटिकल कॉम्पलेक्स में बनाए जाते हैं.

ये पाकिस्तान की सरकार और चीन की चेंगदू एयरक्राफ्ट इंडस्ट्री कॉर्पोरेशन की संयुक्त परियोजना है.

किसी गुट ने जिम्मेदारी नहीं ली

सैन्य हवाई अड्डा मिनहास राजधानी इस्लामाबाद से लगभग 60 किलोमीटर दूर उत्तर-पश्चिम में स्थित कामरा में स्थित है.

पाकिस्तान की वायुसेना का कहना है कि सैनिकों ने पूरे इलाके को घेर रखा है.

समाचार एजेंसी एपी के मुताबिक ने हवाई ठिकाने के बाहर मौजूद एक पुलिस अधिकारी हफीज़ औलख के हवाले से कहा है कि ठिकाने के भीतर भीषण गोलीबारी की आवाज़ें सुनी गईं और वहाँ आग की लपटें भी उठती देखी गईं.

अभी किसी गुट ने इस हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है.

पहले भी हुए हैं हमले

पाकिस्तानी तालिबान से जुड़े इस्लामी चरपंथियों ने इससे पहले भी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया है.

साल 2011 के मई महीने में चरमपंथियों ने मेहरान स्थित हवाई ठिकाने पर हमला किया था जिसमें दस सैनिक मारे गए थे.

तब पाकिस्तानी सुरक्षाबलों को हवाई ठिकाने पर दोबारा नियंत्रण स्थापित करने में लगभग 17 घंटे लगे थे.

वर्ष 2009 में कामरा स्थित एक सैन्य चौकी पर हुए आत्मघाती बम हमले में छह लोग मारे गए थे.

कामरा में ही दिसम्बर 2007 में कार में सवार एक आत्मघाती हमलावर ने स्कूल बस पर हमला किया था. इस हमले में कम से कम पांच बच्चे मारे गए थे. ये सैन्य ठिकाने में कार्यरत कर्मचारियों के ही बच्चे थे.

 

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