इस्लामाबाद, 7 जनवरी (आईएएनएस)। पाकिस्तान के सर्वोच्च न्यायालय ने मुंबई हमले के आरोपी जकीउर रहमान लखवी को उच्च न्यायालय से मिली जमानत बुधवार को रद्द कर दी। न्यायालय ने आदेश दिया है कि लखवी जेल में ही रहेगा।
सर्वोच्च न्यायालय ने दोनों पक्षों की दलीलें ध्यानपूर्वक सुनने के लिए मामले को फिर से इस्लामाबाद उच्च न्यायालय भेज दिया और निर्देश दिया कि इस मामले की सुनवाई जल्दबाजी में न की जाए।
मामले की सुनवाई आगामी 12 जनवरी को होगी।
सर्वोच्च न्यायालय ने लखवी को जेल से रिहा करने के इस्लामाबाद उच्च न्यायालय के आदेश को निर्थक करार दिया और कहा कि वह जेल में ही रहेगा।
मुंबई हमले की साजिश के आरोप में लखवी को फरवरी 2009 में गिरफ्तार किया गया था और 25 नवंबर, 2009 को छह अन्य के साथ उसे आरोपित किया गया था।
माना जाता है कि हमले के वक्त वह लश्कर-ए-तैयबा का कार्यवाहक प्रमुख था, जिसे भारत ने मुंबई हमलों के लिए जिम्मेदार ठहराया है।
साल 2008 में मुंबई में 10 पाकिस्तानी आतंकवादियों द्वारा किए गए जघन्य हमले के बाद दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंध अत्यंत तनावपूर्ण हो गए।
भारत ने इस हमले के लिए पाकिस्तान के आतंकवादी समूह लश्कर-ए-तैयबा को जिम्मेदार ठहराया था और हमले से जुड़े सबूतों को लखवी के खिलाफ इस्तेमाल करने के लिए पाकिस्तान को सौंप दिया था।
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